मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को अपने निवास से मीडिया के माध्यम से जारी संदेश में कहा, ‘‘तोक्यो ओलंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने हमें प्रेरित किया है। अत: हमने तय किया है कि नए प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खोजें और उन्हें मध्यप्रदेश की 18 खेल अकादमियों में प्रशिक्षण देकर तराशा जाए। हमारे यहां से एक नहीं अनेक ऐसे खिलाड़ी निकलेंगे, जो ओलंपिक हो या राष्ट्रीय और विश्व स्तरीय विभिन्न स्पर्धाओं में देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।’’
मुख्यमंत्री ने खेल में रूचि रखने वाले युवाओं से प्रदेश के प्रतिभाशाली खिलाड़ी खोज अभियान में पंजीयन कराने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश सरकार प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज के लिए प्रदेश स्तरीय व्यापक अभियान चला रही है। अब तक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में 50 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने आवेदन किया है। शारीरिक क्षमता एवं खेलों में प्रवीणता के आधार पर होनहार खिलाड़ियों को विश्व-स्तरीय खेल सुविधाओं से सुसज्जित 18 अकादमियों में कोचिंग और ट्रेनिंग के माध्यम से तराशा जायेगा।
चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार की निगाहें 2024 के पेरिस ओलंपिक और 2028 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक खेलों पर टिकी है और मध्यप्रदेश के खिलाड़ी वहां देश के लिए पदक जीतेंगे।
हाल ही में चौहान ने ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम में मिड फील्डर विवेक सागर को डीएसपी के रूप में मध्यप्रदेश पुलिस में शामिल करने की पेशकश की थी। सागर मध्यप्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं।