भारतीय चक्षु दिव्यांग जूडो सीनियर महिला एवं पुरुष टीम आज अंतर्राष्ट्रीय ब्लाइंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित वर्ल्ड ग्रैंड प्रिक्स 2022 में खेलने के लिए आज कजाकिस्तान रवाना हो गई हैं| भारतीय ब्लाइंड एंड पैरा जुडो एसोसिएशन के महासचिव श्री मुनावर अंजार ने बताया कि यह पैरालंपिक 2024 के सत्र की दूसरी शुरुआती वर्ल्ड ग्रैंड प्रिक्स है जिसमें नेत्र दिव्यांग जूडो खिलाड़ी क्लासिफिकेशन के बाद पैरालंपिक 2024 के लिए आवश्यक अंक बटोर सकते हैं| Classification – 25-27 May 2022 Competition – 28-29 May 2022
इस टीम में सबसे ज्यादा चयनित चक्षु दिव्यांग खिलाड़ी मध्य प्रदेश भोपाल के श्री ब्लिस मिशन फॉर पैरा एंड ब्राइट संस्था के हैं| संस्था के संचालक और मुख्य प्रशिक्षक प्रवीण भटेले ने बताया कि हमारे राष्ट्रीय दिव्यांग जूडो प्रतियोगिता 2022 में स्वर्ण पदक विजेता पांच दिव्यांग खिलाड़ी स्वाति शर्मा, पूनम शर्मा, देवेन्द्र यादव, सैयद एहतराम और कपिल परमार चयनित हुए थे| परंतु संस्था में धन के अभाव में पूनम शर्मा और देवेंद्र यादव को यह प्रतियोगिता पहले से ही छोड़नी पड़ी और कजाकिस्तान में भारत की ओर से जलवा दिखाने के लिए स्वाति शर्मा, कपिल परमार, सैयद एहतराम प्रयास करेंगे|
कोच प्रवीण ने बताया कि हमारी सभी खिलाड़ियों की फिटनेस और तैयारी अंतरराष्ट्रीय पदको की ओर इशारा कर रही है जिसमें हमारे मुख्य प्रतिद्वंदी उज़्बेकिस्तान, चाइना, जर्मनी, अज़रबैजान, तुर्की , ब्राजील, रशिया, अर्जेंटीना, जापान, कोरिया और कजाकिस्तान के चक्षु दिव्यांग ख़िलाड़ी रहेंगे| ऑनलाइन माध्यम से इन देशों के खिलाड़ियों के वीडियो देखकर हमने अपने नेत्र हीन जूडो खिलाड़ियों के खेलने के तरीके में आवश्यक परिवर्तन किए हैं जिससे हमारे खिलाड़ी भारत को गौरवान्वित कर सकें|
हाल ही में माननीय संचालक महोदय खेल और युवा कल्याण मध्यप्रदेश शासन से मिले एक – एक लाख रुपए नकद पुरस्कार से सभी दिव्यांग जूडो खिलाड़ियों में उत्साह है एवं वे मध्य प्रदेश शासन के लिए प्रतिबद्ध हैं|