वुमन्स वर्ल्ड कप में एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपना दबदबा कायम किया है. न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में खेले गए फाइनल में इंग्लैंड को 71 रन से करारी शिकस्त दी. इसी के साथ रिकॉर्ड 12 में से 7वीं बार खिताब अपने नाम कर लिया है. इंग्लैंड ने 4 और न्यूजीलैंड ने एक बार खिताब जीता है. मैच में ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एलीसा हीली और इंग्लिश बैटर नताली सिवर ने शतक जमाया.
मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 5 विकेट पर 356 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया के लिए एलीसा हीली ने 138 बॉल पर 170 रन की आतिशी पारी खेली. जवाब में इंग्लैंड टीम 43.4 ओवर में 285 रन पर ही सिमट गई. टीम के लिए नताली सिवर ने 121 बॉल पर 148 रन की नाबाद पारी खेली.
टॉस ने दिया इंग्लैंड टीम का साथ : मैच में इंग्लैंड टीम बतौर डिफेंडिंग चैम्पियन की तरह उतरी थी. उसके सामने इस बार अपना खिताब बचाने और कुल चौथी बार खिताब जीतने की चुनौती थी. मैच में टॉस ने भी इंग्लैंड का साथ दिया था. इंग्लिश टीम की कप्तान हीदर नाइट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. हालांकि इसका फायदा उन्हें मिला नहीं और ऑस्ट्रेलियाई ओपनर एलीसा हीली और राचेल हेन्स ने 160 रन की शुरुआत दी.
एलीसा ने खेली एतिहासिक पारी : इसी के साथ एलीसा हीली ने 138 बॉल पर 170 रन की रिकॉर्ड पारी भी खेल डाली. इस दौरान उन्होंने 26 चौके जमाए. एलीसा महिला-पुरुष के किसी भी वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाली क्रिकेटर बन गई हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट के नाम था, जिन्होंने 2007 के वर्ल्ड कप फाइनल में 149 रन की पारी खेली थी.
नताली का शतक, पर जीत नहीं दिला सकीं : 357 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. टीम ने 38 रन पर ही दो विकेट गंवा दिए हैं. दोनों ओपनर टम्मी ब्यूमॉन्ट और डेनिले व्याट पवेलियन लौट गईं. इसके बाद नताली सिवर ने मोर्चा संभाला और अंत तक नाबाद रहीं. उन्होंने 121 बॉल पर नाबाद 148 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सकीं. ऑस्ट्रेलिया के लिए अलाना किंग और जेस जोनासेन ने 3-3 विकेट झटके.