यूपी में सत्तारूढ़ योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बुधवार को विधानसभा में अनुपूरक बजट पेश किया। योगी सरकार का यह अनुपूरक बजट 7301.52 करोड़ रुपये का है। यह अनुपूरक बजट वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में पेश किया। इस दौरान उन्होंने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को ‘राजनीति के राम’ बता दिया जिसके बाद सदन में ‘जय श्रीराम’ के नारे गूंजने लगे।
सुनिए क्या कहा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने : अनुपूरक बजट पेश करने बाद जब विपक्ष के नेता सवाल उठाया कि प्रस्तुतिकरण की जगह आप तो पूरा भाषण पढ़ गए तो वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा- ‘यह बिलकुल सही है। ये तो ‘राजनीति के राम’ हैं। ये यहां आसुरी शक्तियों को पराजित करने के लिए बैठे हैं।’ जिसके बाद सदन में पहले ठहाके लगे, फिर ‘जय श्रीराम’ का नारा गूंजने लगा।
‘बिना चर्चा के पारित हो अनुपूरक बजट’ : वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह बहुत छोटा अनुपूरक बजट है और इसमें खासतौर पर उन बातों पर ध्यान दिया गया है, जो अत्यंत जन कल्याणकारी हैं या किसी-किसी योजना को पूरा करने के लिए हैं। उन्होंने कहा, ‘इसलिए मैं पूरे सदन से अनुरोध करना चाहता हूं कि यह मात्र 1.33 प्रतिशत का अनुपूरक बजट है। अगर बिना चर्चा के ही सभी इसे पारित कर दें तो बहुत अच्छा रहेगा।’
‘रोजगार के सृजन के लिए 3000 करोड़ रुपये की व्यवस्था’ : वित्त मंत्री ने अनुपूरक बजट पेश करते हुए कहा कि इसमें कुछ नई मांगे भी हैं। खासतौर से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजन करने के लिए 3000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। गन्ना मूल्य का भुगतान, अधिवक्ताओं के लिए सामाजिक सुरक्षा निधि, आंबेडकर स्मारक तथा सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं तथा चौकीदारों के लिए मानदेय में वृद्धि, विद्युत व्यवस्था में सुधार, गोवंशीय पशुओं का रखरखाव और अयोध्या में सुविधाओं और पार्किंग की व्यवस्था और साथ ही साथ मूलभूत ढांचा में वृद्धि जैसी कुछ मुख्य बातें अनुपूरक बजट में शामिल हैं।