पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को घोषणा की कि श्री सीमेंट (एससीएल) ने ईस्ट बंगाल (ईबी) के साथ अपने पांच साल का करार समाप्त कर दिया है, जिससे क्लब आगामी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) सत्र से पहले गंभीर वित्तीय संकट में पड़ गया है। इस दिग्गज सीमेंट कंपनी ने पिछले सत्र से कुछ दिन पहले क्लब की 76 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। उस समय ममता ने खुद बातचीत में अहम भूमिका निभाई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री सीमेंट ने खेल के अधिकार वापस कर दिए हैं, लेकिन ‘कम समय’ के बावजूद वह गोवा में 19 नवंबर से शुरू होने वाले आगामी आईएसएल सत्र में टीम के भविष्य के प्रति आशान्वित हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे अधिकारियों (श्री सीमेंट लिमिटेड) से अंतिम क्षण में एक पत्र मिला है जिन्होंने इसके (ईस्ट बंगाल) संचालन में असमर्थता जता दी। यह बहुत बुरा रवैया है, क्लब के भाग्य को कई महीनों तक लटकाए रखना और फिर आखिरी समय में बाहर निकाल जाना। हम बहुत दुखी और नाराज हैं। मोहन बागान की तरह ईस्ट बंगाल की टीम भी इंडियन सुपर लीग में खेलना जारी रखे। क्लब और श्री सीमेंट के बीच अंतिम बाध्यकारी समझौते को लेकर विवाद था।
इस बीच राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बुधवार को नबन्ना में दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक बुलाई है। इस अधिकारी ने कहा कि वह दोनों पक्षों के मतभेदों को सुलझाने का रास्ता खोजने में उनकी मदद करेगी। ईस्ट बंगाल के शीर्ष कार्यकारी अधिकारी नीतू सरकार ने हालांकि कहा कि उन्हें अभी तक एससीएल से अलग होने का पत्र नहीं मिला है। सरकार ने कहा कि हमें अभी पत्र नहीं मिला है, इसलिए इस समय कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन हमें आईएसएल में खेलने की उम्मीद है।