वॉशिंगटन : कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव (Corona Test Positive) आने के बाद लोग आइसोलेशन में चले जाते हैं। 10 से 14 दिन क्वारंटीन (Quarantine) में रहने के बाद उनके सामने एक बड़ा सवाल यह होता है कि क्या अब उन्हें दोबारा कोरोना टेस्ट करवाना चाहिए, जबकि वे एकदम स्वस्थ महसूस कर रहे हैं? कई लोग जो आइसोलेशन (Isolation) से बाहर आने से पहले अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जब जांच करवाते हैं तो उनकी रिपोर्ट एक बार फिर पॉजिटिव आ जाती है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या वे अब भी संक्रमित हैं?
इसका जवाब दिया है अमेरिका के टॉप डॉक्टर और महामारी विशेषज्ञ फहीम यूनुस ने। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ मेरिलैंड में महामारी मामलों के प्रमुख डॉक्टर फहीम यूनुस ने ट्वीट करते हुए बताया कि कभी भी कोविड पॉजिटिव आने के बाद दोबारा पीसीआर टेस्ट न करवाएं। इससे पहले भी वह महामारी को लेकर लोगों को सही जानकारी और चेतावनी देते रहे हैं। पिछले महीने उन्होंने कहा था कि ओमीक्रोन वेरिएंट को हल्के में न लें, क्योंकि उनके अस्पतालों में सारे वेंटिलेटर भर गए हैं।
वायरस के मृत कणों को पहचान रहा पीसीआर : अपने हालिया ट्वीट में फहीम ने समझाते हुए लिखा, ‘सवाल : मुझे कोविड हुआ था। मैं 10 दिन आइसोलेशन में रहा लेकिन दोबारा पीसीआर टेस्ट पॉजिटिव आया है। अब क्या?’ उन्होंने लिखा, ‘मुबारक हो! आप कोविड से रिकवर कर चुके हैं। पीसीआर टेस्ट वायरस के मृत कणों को पहचान रहा है। आइसोलेशन को खत्म करें क्योंकि आप संक्रामक नहीं है। एक बार कोविड पॉजिटिव आने के बाद कभी भी दोबारा पीसीआर टेस्ट न करवाएं।’
शेयर किया कोरोना पॉजिटिव होने का अनुभव : डॉक्टर फहीम यूनुस को हाल में कोरोना हो गया था और अब वो इससे उबर गए हैं। ओमीक्रोन से ठीक होने के बाद उन्होंने अपने अनुभव शेयर किये कि कैसे ओमीक्रोन पॉजिटिव होने के बाद उन्होंने इसका मुकाबला किया और क्या-क्या सावधानियां अपनाकर जल्दी ठीक होने में मदद मिली। पुरस्कार विजेता चिकित्सक डॉक्टर फहीम ने बताया कि उन्हें दो हफ्ते पहले लक्षण विकसित हो गए थे और उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि कुछ उपायों को ध्यान में रखकर उन्हें इससे जल्दी उबरने में मदद मिली।