एमपी के कई जिलों में शनिवार को बड़े-बड़े ओले (Big Hail In Madhya Pradesh) गिरे हैं। ओले से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। बर्फ के ओले से खेत ढक गए थे। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो प्रदेश में 12 जनवरी तक ऐसा ही मौसम रहेगा। आने वाले तीन दिनों तक प्रदेश में गरज चमक के साथ बारिश होते रहेगी। इसके बाद बादल छंटेंगे। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अभी तीन सिस्टम सक्रिय हैं। पूर्वानुमान के अनुसार कुछ जगहों पर आज से मौसम साफ होने लगेंगे।
राजधानी भोपाल में शनिवार की रात भी बारिश हुई है। आसामान में बादल छाए हुए हैं। मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के अनुसार 70° पूर्वी देशांतर के साथ 20° उत्तरी अक्षांश के उत्तर में, ऊपरी क्षोभमंडल में एक द्रोणिका के साथ निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तरों में उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। निचले क्षोभमंडल स्तर पर इस मौसम प्रणाली से प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तर-पश्चिम और आसपास के मध्य भारत में अरब सागर से उच्च नमी की आपूर्ति अगले 2 दिनों के दौरान निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तर के जारी रहने की संभावना है। अगले 3-4 दिनों के दौरान मध्यप्रदेश सहित मध्य भारत में निम्न क्षोभमंडल स्तरों पर अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं का संगम होने की बहुत अधिक संभावना है।
12 जनवरी तक बारिश का दौर : मौसम वैज्ञानिक शैलेंद्र नायक के अनुसार आठ से नौ जनवरी के दौरान पश्चिमी मध्यप्रदेश में और आठ से 12 जनवरी के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश में अनेक स्थानों से कुछ स्थानों पर वर्षा के साथ तो कहीं-कहीं आकाशीय बिजली और वज्रध्वनि के साथ वाली आंधी और ओले गिराने की संभावना है।
अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में कोई खास बदलाव की संभावना नहीं और बाद के 3 दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-4°C की गिरावट हो सकती है।