भोपाल- कोलार रोड स्थित एलएनसीटी विश्वविद्यालय के सीएमई सभागार में संविधान दिवस मनाया गया। जिसका उद्देश्य छात्रों को कानून, कर्तव्यों एवं मौलिक अधिकारों के प्रति जागरुक करना था। मुख्य अतिथियों ने मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
स्कूल ऑफ लीगल स्टडी की डायरेक्टर डॉ. सीमा मंडलोई ने संविधान दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज ही के दिन भारतीय संविधान को संविधान सभा द्वारा औपचारिक रुप से अपनाया गया था लेकिन इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इसलिए यह दिवस हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रुप में मनाया जाता है। उन्होने छात्रों से संविधान के मूल्यों को बढावा देने और अपनाने का आह्वान किया। उन्होने विस्तृत रुप से मौलिक सिद्धांत, अधिकारों और नागरिकों के कर्तव्यों के बारे में बताया।
कुलपति डॉ. एनके थापक ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि भारत की संप्रभुता, एकता और अखण्डता की रक्षा करने और उसे अक्षुण्न बनाए रखने देश की रक्षा करें। महिलाओं का सम्मान करें, किसी भी जाति के नागरिकों से भेदभाव ना रखें, पर्यावरण एवं सार्वजनिक संपति को सुरक्षित रखे और हिंसा से दूर रहकर एकजुटता से काम करें। उन्होने छात्रों से आह्वान किया कि कोई भी संविधान में दी गई शक्तियों का दुरुपयोग न करे जो आपके अधिकार है वो दूसरों के कर्तव्य है और जो दूसरों के अधिकार है वो आपके कर्तव्य है ये दोनो एक दूसरे के पूरक है इसलिए इनका दुरुप्रयोग न करें।
मुख्य अतिथी अवधेश प्रताप सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय कानून दिवस एवं संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पहले जो जनप्रतिनिधि हुआ करते थे वह ज्यादातर बैरिस्टर ही हुआ करते थे इसलिए आप सभी को इस दिशा में सोचना चाहिए। देश के निर्माण में सबसे ज्यादा योगदान बैरिस्टर ही दे सकते है। कार्यक्रम के अंत में पोस्टर मेकिंग, ईजी राईटिंग काम्पटिशन, क्विज कॉम्पटिशन, नुक्कड नाटक, प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर पुरुस्कृत किया गया।
इस अवसर पर लॉ के छात्रों ने संविधान से संबंधित विभिन्न प्रशनों पर विचार विमर्श किया और संविधान के मुल्यों, मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों को अपनाने की शपथ भी ली। कार्यक्रम में मुख्य अतिथी श्री अवधेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश विधानसभा, एलएनसीटी विश्वविद्यालय के प्रो. चांसलर एसएन चौकसे, कुलपति प्रो. डॉ. एनके थापक, रजिस्ट्रार आर के चौरसिया, स्कूल ऑफ लीगल स्टडी की डायरेक्टर डॉ. सीमा मंडलोई, प्राचार्य बीपी तिवारी, डॉ. अनुष्का नायक सहित शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रही। कार्यक्रम के सफल आयोजन पर प्रो चांसलर डॉ. अनुपम चौकसे ने आयोजकों को बधाई देकर छात्रों से संविधान में दिए गए मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों का निस्वार्थ भाव से पालन करनें की अपील की।