23.9 C
Madhya Pradesh
November 22, 2024
Pradesh Samwad
देश विदेश

तालिबान का शक्ति प्रदर्शन ! उड़ाए हेलीकॉप्टर


अफगानिस्तान पर कब्जे के 3 माह बाद तालिबान ने पहली बाद देश में शक्ति प्रदर्शन किया। तालिबान ने एक विद्रोही बल से देश की स्थायी-नियमित सेना में हो रहे उनके परिवर्तन को दिखाने के लिए मिलिट्री परेड निकाली। इस शक्ति प्रदर्शन में ताजुब्ब की बात यह रही कि तालिबान लड़ाकों ने अमेरिकी निर्मित बख्तरबंद वाहनों और रूसी हेलीकॉप्टरों के साथ ये मिलिट्री परेड निकाली। तालिबान करीब दो दशक तक विद्रोही गुट की तरह संचालित होता रहा लेकिन इसी साल अगस्त माह में अमेरिकी सेना की वापसी के बाद पीछे छोटे गए हथियारों के जखीरे का उसने जमकर इस्तेमाल किया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह ख्वाज़मी ने कहा कि यह परेड 250 नए प्रशिक्षित सैनिकों के स्नातक स्तर तक की पढ़ाई पूरी करने से जुड़ी थी। इस अभ्यास में दर्जनों अमेरिकी निर्मित M117 बख्तरबंद सुरक्षा वाहनों को धीमी गति से काबुल की मुख्य सड़क पर घुमाया गया। इस दौरान MI-17 हेलीकॉप्टन आसमान में उड़ान भर रहे थे। बहुत से सैनिकों के पास अमेरिका की बनाई एम-4 असॉल्ट राइफल भी देखने को मिली। तालिबान बलों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे अधिकांश हथियार और उपकरण वॉशिंगटन की तरफ से अमेरिकी समर्थित काबुल की सरकार को दिए गए थे ताकि अफगान की सेना को तालिबान के खिलाफ जंग के लिए तैयार किया जा सके।
हालांकि, ये सेना अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ने के बाद ही पस्त हो गई और तालिबान ने एक बार फिर से सत्ता पर राज पा लिया।तालिबान अधिकारियों ने कहा है कि पूर्व अफगान सेना के पायलटों, यांत्रिकी और अन्य विशेषज्ञों को नई सेना में शामिल किया जाएगा। इस सेना के जवानों ने अब पारंपरिक अफगान कपड़ों की जगह पारंपरिक सैन्य वर्दी भी पहनना शुरू कर दिया है।
बीते साल के आई स्पेशल इंस्पेक्टर जनरल फॉर अफगानिस्तान रिकन्सट्रक्शन (SIGAR) की रिपोर्ट में बताया गया था कि साल 2002 से 2017 के बीच अमेरिकी सरकार ने अफगान सरकार को करीब 28 अरब डॉलर से ज्यादा के हथियार, गोला-बारूद, वाहन, नाइट विज़न डिवाइसेज, एयरक्राफ्ट और सर्विलांस सिस्टम जैसे रक्षा उपकरण मुहैया कराए। अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद कई विमान वहीं छूटे, हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं कि इनमें से कितने काम के हैं। अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान छोड़ने से पहले करीब 70 विमान, दर्जनों बख्तरबंद वाहनों को नष्ट किया था और एयर डिफेंस सिस्टम को भी डिसेबल कर दिया था।

Related posts

भारत के इस छोटे से इलाके पर क्यों गड़ी हुई हैं चीन की निगाहें? साउथ ईस्ट एशिया का ‘एंट्री गेट’

Pradesh Samwad Team

रूस ने हमला किया तो देंगे करारा जवाब, बाइडन ने यूक्रेन के राष्‍ट्रपति से किया वादा

Pradesh Samwad Team

बाइडन ने सभी सैन्यकर्मियों को टीका लगाने की योजना का किया समर्थन

Pradesh Samwad Team