कोलकाता नाइट राइडर्स ने दिल्ली कैपिटल्स को आईपीएल 2021 के दूसरे क्वॉलिफायर में हराकर फाइनल में जगह बना ली। उसके सामने बुधवार को शारजाह में 136 रन का लक्ष्य था जिसे वह एक वक्त पर आसानी से हासिल करता हुआ नजर भी आ रहा था लेकिन आखिरी लम्हों में मैच ऐसा पलटा कि देखने वालों के दिलों की धड़कनें काफी बढ़ गईं।
आखिरी चार ओवरों में कोलकाता को जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी। उसके हाथ में आठ विकेट थे। यहां से मैच उसकी मुट्ठी में था। लेकिन क्रिकेट के मैदान पर कई रोमांचक चीजें होती हैं और यहां भी कुछ ऐसा ही होने वाला था। दिल्ली की ओर से 17वां ओवर फेंकने आए आवेश खान। आवेश खान के इस ओवर की पहली तीन गेंद पर दो रन बने। चौथे गेंद पर उन्होंने सेट होकर खेल रहे शुभमन गिल को ऋषभ पंत के हाथों कैच करवा दिया। गिल ने 46 गेंद पर 46 रन बनाए। इसके बाद अगली दो गेंद पर दिनेश कार्तिक कोई रन नहीं बना पाए।
18वां ओवर अब गेंद रबाडा के हाथ में थी। साउथ अफ्रीका के इस अनुभवी पेसर ने यहां अपना कमाल दिखाया। राहुल त्रिपाठी ओवर की पहली चार गेंदों पर कोई रन नहीं बना सके। रबाडा लगातार गति परिवर्तन करते रहे जिसके सामने कोलकाता का यह बल्लेबाज असहज नजर आया। ओवर की पांचवीं गेंद पर त्रिपाठी किसी तरह एक रन बना सके। लेकिन यही दिल्ली के लिए एक कामयाबी का मौका था। दिल्ली के गेंदबाज रबाडा ने कार्तिक को बोल्ड कर मैच को रोमांचक बना दिया।
अब कोलकाता को दो ओवरों में 10 रन की जरूरत थी। यह ओवर करने आए एनरिच नॉर्त्जे। दिल्ली के इस पेसर की पहली गेंद पर त्रिपाठी ने दो रन बटोरे। तीसरे गेंद पर फिर एक रन बना। इसके बाद कप्तान इयॉन मोर्गन कोई रन नहीं बना सके। वह अगली दो गेंद पर चूके। ओवर की आखिरी गेंद पर वह बोल्ड हो गए। गेंद उनके बल्ले का भीतरी किनारा लगकर विकेटों से जा लगी। मोर्गन की खराब फॉर्म यहां भी जारी रही।
अब आखिरी ओवर था। कोलकाता को जीत के लिए 7 रन की जरूरत थी। अश्विन के ओवर की पहली गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने एक रन बनाया। शाकिब अल हसन अगली गेंद पर सामने थे। शाकिब पीछे हटकर रूम बना रहे थे। लेकिन अश्विन की गेंद उनकी पिछले पैड पर लगी।
अब तीसरी गेंद पर शाकिब गेंद को स्कूप करने गए। गेंद उनके पैड से लगी। अश्विन ने जोरदार अपील की। अंपायर ने उंगली उठा दी।
अब तीन गेंद पर छह रन चाहिए थे। नए बल्लेबाज आए थे सुनील नारायण। नारायण ने पहली ही गेंद पर हवाई शॉट खेला। एक बार को लगा कि गेंद मैदान के बाहर गई। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाउंड्री पर अक्षर पटेल ने शानदार कैच लपका।
आखिरी दो गेंद पर जीत के लिए कोलकाता को छह रन चाहिए थे। ऑफ स्टंप के बाहर यह गुड लेंथ बॉल थी। राहुल त्रिपाठी को इसी का इंतजार था। उन्होंने बोलर के सिर के ऊपर से करारा शॉट लगाया। त्रिपाठी का संयम काम आया और कोलकाता तीसरी बार फाइनल में पहुंची। दिल्ली का सपना टूट गया।
इससे पहले कोलकाता के कप्तान इयोन मॉर्गन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दिल्ली के बल्लेबाज इस विकेट पर खुलकर खेल नहीं पाए और अंत में पांच विकेट पर 135 रन ही बना सके।