जापान के दूसरसे सबसे व्यस्त हवाई अड्डे पर एक कछुए के आने से उड़ानों को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। इस कारण टोक्यो के नारिता इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पांच फ्लाइट्स निर्धारित समय से देरी से रवाना हुईं। यह घटना 24 सितंबर की बताई जा रही है। रनवे पर कछुए के आने से हवाई अड्डे से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को 12 मिनट के लिए रोकना पड़ा।
पायलट ने एटीसी को दी जानकारी : इस कछुए को सबसे पहले एक पायलट ने देखा। उसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को रनवे पर कछुए के मौजूद होने की सूचना दी। जिसके बाद हवाई अड्डे के कर्मचारी इस जीव को पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह कठुआ 2 किलोग्राम से अधिक वजनी और लगभग 30 सेंटीमीटर लंबा था। इसे नारिता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कई इलाकों में घूमते हुए देखा गया।
4000 मीटर के रनवे की जांच की गई : पूरे 4,000 मीटर के रनवे एरिया की तलाशी के बाद कर्मचारियों ने जाल की मदद से इस कछुए को पकड़ा। इस कारण एयरपोर्ट को 12 मिनट के लिए बंद करना पड़ा, जिससे 5 उड़ाने प्रभावित हुईं। नारिता इंटरनेशनल एयरपोर्ट कॉरपोरेशन ने कहा कि कई बार विमान के पार्ट्स या पक्षियों के कारण रनवे को बंद करना पड़ता है, लेकिन कछुए जैसे छोटे जीव का मिलना दुर्लभ है।
पास के तालाब से आया था यह कछुआ! : नारिता इंटरनेशनल एयरपोर्ट कॉरपोरेशन के अधिकारियों के अनुसार यह कछुआ हवाई अड्डे के पास स्थित एक तालाब से आया होगा। यह तालाब रनवे से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। अधिकारियों ने कहा कि वे इस कछुए को जंगल में छोड़ने के लिए इसके प्रकार का अध्ययन करेंगे। इस काम में वन विभाग के एक्सपर्ट्स की राय भी ली जाएगी।
जापान में कछुओं को पवित्र माना जाता है : द गार्जियन के अनुसार, ऑल-निप्पॉन एयरवेज (एएनए) एयरबस ए380 उन पांच उड़ानों में से एक थी, जिनके टेकऑफ में कछुए के कारण देरी हुई। यह विमान दक्षिणी जापानी द्वीप ओकिनावा के लिए उड़ान भरने ही वाला था कि कछुए की उपस्थिति का पता चला। जापान में कछुओं को पवित्र माना जाता है।