मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नदियों को जोड़ने की केन-बेतवा परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी देने का स्वागत करते हुए कहा कि यह परियोजना प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए “वरदान है और एक नया सवेरा भी है।”
चौहान ने यहां एक बयान जारी कर कहा, ‘’44,605 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना के पूरा होने पर मध्य प्रदेश के छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, सागर, दतिया, शिवपुरी, विदिशा और रायसेन जिले लाभान्वित होंगे। साथ ही 103 मेगावॉट जल विद्युत और 27 मेगावॉट सौर ऊर्जा उत्पन्न होगी। परियोजना से बुंदेलखंड में भी खुशहाली और सम्पन्नता आएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे प्रदेश के सूखाग्रस्त बुंदेलखंड इलाके में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा तथा खुशहाली आएगी और जल संकट से प्रभावित इलाके की आबादी को पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को केन-बेतवा नदी को आपस में जोड़ने की परियोजना के लिये वित्त पोषण तथा क्रियान्वयन को मंजूरी दी है।
चौहान ने कहा कि परियोजना के लिये केंद्रीय समर्थन के रूप में 39,317 करोड़ रुपये, सहायक अनुदान के रूप में 36,290 करोड़ रुपये और ऋण के रूप में 3,027 करोड़ रुपये की धनराशि को मंजूर किया गया है। यह परियोजना भारत में नदियों को आपस में जोड़ने की अन्य परियोजनाओं का भी मार्ग प्रशस्त करेगी।
परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए मध्यप्रदेश शासन, उत्तरप्रेदश शासन और प्रधानमंत्री की उपस्थिति में त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है।
चौहान ने कहा, “निःसंदेह केन-बेतवा लिंक परियोजना सूखाग्रस्त बुन्देलखंड क्षेत्र के लिये आत्म-निर्भरता और समृद्धि के नये आयाम विकसित करेगी। इससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा, लोगों की आय में वृद्धि होगी तथा जीवन-स्तर सुधरेगा। समावेशी विकास की परिकल्पना साकार होगी तथा आमजन में खुशहाली आयेगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के मूर्त रूप लेने पर बुन्देलखंड क्षेत्र में विकास और प्रगति का एक नया सूर्योदय होगा।