महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा कि हाल ही में समाप्त हुए आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप में अपनी सफलता के बाद ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर आईपीएल-2022 की नीलामी में सबसे अधिक मांग वाले खिलाड़ियों में से एक होंगे।
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के बारे में सुनील गावस्कर ने कहा कि आईपीएल की नीलामी में वह उन खिलाड़ियों में शामिल होंगे जिनकी काफी मांग होगी। आईपीएल के पिछले सत्र में सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले वॉर्नर को कप्तानी से हटाया और फिर उन्हें अंतिम एकादश से भी बाहर कर दिया। हालांकि वॉर्नर ने टी20 विश्व कप में जोरदार वापसी करते हुए आस्ट्रेलिया की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई और उन्हें टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया।
उन्होंने सात मैचों में 289 रन बनाए। गावस्कर ने कहा, ‘निश्चित तौर पर (वह उन खिलाड़ियों में शामिल होंगे जिनकी काफी मांग होगी)। मत भूलिए कि दो नई टीमें भी होंगी। उसके अनुभव को मत भूलिए, उसके पास नेतृत्व क्षमता भी है। यह प्रारूप उसके लिए बना है। मैदान पर वह इतना अधिक ऊर्जावान है। दो नई टीमें या कोई अन्य टीम जिन खिलाड़ियों की तलाश में होंगी उनमें वह शीर्ष पर होगा क्योंकि ऐसा नहीं लगता कि सनराइजर्स उसे रिटेन करेगा।’
वॉर्नर टी20 विश्व कप में सात पारियों में 48.16 के औसत से 289 रन के साथ दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे। उन्होंने ‘सुपर 12’ फेज के मैच में श्रीलंका के खिलाफ 65 रनों की पारी खेली। इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 89 और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 49 रनों की पारी ने उनकी टीम को वैश्विक गौरव के शिखर पर पहुंचा दिया।
फाइनल में उनका 53 रन मिशेल मार्श (नाबाद 77) के लिए सही सहयोग साबित हुआ, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने अपने पहले आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप का ताज हासिल करने के लिए कुल 173 रनों का पीछा किया। गावस्कर ने कहा कि अगर सनराइजर्स हैदराबाद अगले साल उन्हें रिटेन नहीं करने का फैसला करता है, तो बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को मोटी रकम मिलेगी।
ऐसी भी खबरें थीं कि आईपीएल-2021 के आखिरी कुछ लीग खेलों में बेहतर प्रदर्शन से पहले वॉर्नर को यूएई के स्टेडियमों में टीम के साथ जाने की अनुमति नहीं थी। इस पर, पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो इस बारे में कुछ कहना थोड़ा मुश्किल है। उन्हें होटल में बैठा दिया गया, जबकि कुछ सामान्य खिलाड़ी जो प्लेइंग इलेवन में भी नहीं आने लायक थे, मैदान पर थे। … फॉर्म की कमी के अलावा और भी बहुत कुछ रहा होगा।’