बलात्कार से जुड़ा एक बेहद शर्मनाक अदालती फैसला दुनिया में बहस का विषय बन गया है। मामला स्विसजरलैंड का है जहां स्विस अपील अदालत ने एक बलात्कार के मामले में आरोपियो की सजा को कम कर दिया गया। कोर्ट ने तर्क दिया कि बलात्कार केवल 11 मिनट तक चला और पीड़िता गंभीर रूप से घायल नहीं हुई थी। अदालत की इस टिप्पणी से बवाल मच गया है । इसके विरोध में सैंकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए और रविवार को स्विस अपील अदालत के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उनका यह विरोध अदालत के पिछले महीने दिए गए फैसले के खिलाफ था ।
बेसल कोर्टहाउस के सामने प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। वे नारे लगा रहे थे “11 मिनट 11 मिनट हैं, बहुत ज्यादा हैं!” उन्होंने अदालत के उस फैसले की निंदा की जिसमें 33 वर्षीय दोषी की जेल की सजा को 4 साल और तीन महीने से घटाकर तीन साल कर दिया गया था। पिछले महीने के फैसले में महिला जज ने यह भी कहा कि महिला बलात्कार पीड़िता ने “कुछ संकेत” दिए थे। अदालत के एक प्रवक्ता ने जज के उस बयान को और स्पष्ट करने से इंकार कर दिया।
बलात्कार पिछले साल फरवरी में एक नाइट क्लब में जाने के बाद हुआ था। महिला के साथ 33 वर्षीय और उसके 17 वर्षीय साथी ने बलात्कार किया था, जिस पर अभी भी स्विस किशोर अदालत में मुकदमा चल रहा है। न तो पीड़ित की और न ही आरोपी पुरुषों की पहचान उजागर की गई है। पीड़िता के एक वकील ने कहा कि वह अपील अदालत के फैसले से स्तब्ध है, जो आंशिक रूप से दोषी ठहराता है। अदालत ने कहा कि न्यायाधीश ने पिछले महीने अदालत में फैसले की घोषणा की थी, लेकिन लिखित फैसला कुछ हफ्तों में दिया जाएगा।