नरसिंहपुर के सौरभ ने बांग्लादेश में गत पुरूष एशिया कप के फ़ाइनल मैच जापान- दक्षिण कोरिया सहित सभी प्रमुख मैचों की अम्पायरिंग की साथ ही
इंटरनेशनल अंपायर के तौर पर काम करके एक अलग पहचान बना ली है।
सौरभ राजपूत हाँकी छात्रावास नरसिंहपुर में भी रहे है उल्लेखनीय है कि सौरभ का बचपन नरसिंहपुर के नरसिंह वार्ड में बीता है यहां उनके पिता संतोष सिंह राजपूत लंबे समय तक जिला खेल अधिकारी रहे। संतोष सिंह राजपूत जून 2021 में प्रभारी उपसंचालक जबलपुर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं ।राजपूत अभी भोपाल में निवासरत है ।सौरभ इंडियन आर्मी बंगलौर में पदस्थ है और आर्मी हाँकी टीम के कोच भी है।
सौरभ की उपलब्धियां : FIH लेवल 2&3 अंपायरिंग कोर्स 2018 में आईपोह (मलेशिया) के सुल्तान अजलान शाह कप के दौरान क्वालिफाई किया। जून 2019 मे स्पेन के मेंड्रिड भी गए थे । वे अंडर-21 (पुरुष) 8 वी राष्ट्रीय हाँकी प्रतियोगिता में अंपायर रहे। जूनियर मेन्स एशिया कप 2020 में भी अंपायर के तौर पर चयनित हुए। पर यह प्रतियोगिता कोविड के कारण निरस्त हुई थी।
भोपाल के शकील क़ुरैशी के बाद सौरभ इस मुकाम पर पहुँचने वाले दूसरे अम्पायर है ।