तेजप्रताप यादव के नए पोस्ट से साफ है कि लालू परिवार में अब सुलह की गुंजाइश न के बराबर है। इस पोस्ट में तेजप्रताप ने राष्ट्रकवि दिनकर के शब्दों का सहारा लिया है और रश्मिरथी की कविता को पोस्ट कर दिया है। इशारा साफ झलक रहा है। ऐसे में क्या ये माना जाए कि रामविलास पासवान के परिवार के बाद अब बिहार में लालू परिवार में विरासत की जंग देखने को मिलेगी?
कृष्ण बन गए पांडव और अर्जुन बने कौरव! : तेजप्रताप ने अपने फेसबुक पोस्ट पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की रश्मिरथी की कविता पोस्ट की है। इस पोस्ट में कविता की ये पंक्तियां लिखी गई हैं।
मैत्री की राह बताने को,
सबको सुमार्ग पर लाने को,
दुर्योधन को समझाने को,
भीषण विध्वंस बचाने को,
भगवान् हस्तिनापुर आये,
पांडव का संदेशा लाये।
‘दो न्याय अगर तो आधा दो,
पर, इसमें भी यदि बाधा हो,
तो दे दो केवल पांच ग्राम,
रक्खो अपनी धरती तमाम।
हम वहीं खुशी से खायेंगे,
परिजन पर असि न उठायेंगे!
दुर्योधन वह भी दे ना सका,
आशीष समाज की ले न सका,
उलटे, हरि को बांधने चला,
जो था असाध्य, साधने चला।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है।
हरि ने भीषण हुंकार किया,
अपना स्वरूप-विस्तार किया,
डगमग-डगमग दिग्गज डोले,
भगवान् कुपित होकर बोले-
‘जंजीर बढ़ा कर साध मुझे,
हां, हां दुर्योधन! बांध मुझे।
देखिए, तेजप्रताप यादव का ये पोस्ट
किसे-क्या कहना चाहते हैं तेजप्रताप? : इस पांच गांव की बात से साफ है कि तेज प्रताप यादव लालू से अपने लिए पार्टी में नई जगह की मांग करना चाहते हैं। हालांकि तेजप्रताप के हाल के कुछ बयानों से ऐसा लग रहा था कि निशाने पर केवल जगदानंद सिंह और संजय यादव हैं। लेकिन इस पोस्ट से लालू परिवार में महाभारत के अलग अध्याय की शुरूआत होते दिख रही है।
लालू ने तेज प्रताप का फोन उठाना बंद किया : इधर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लालू तेज प्रताप की हरकतों को देख बुरी तरह से नाराज हो गए हैं। हाल ये हो गया है कि उन्होंने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का फोन ही उठाना बंद कर दिया है। शनिवार को ही तेज प्रताप ने ये कहा था कि मीडिया में चल रही उनकी खबरों को उनके पिता भी देख रहे होंगे। इससे भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो खुद एक तरह से इस बात की पुष्टि कर रहे हैं।
बहनों ने दी तेज प्रताप यादव को वार्निंग : सूत्रों ने कहा कि तेज प्रताप को उनके परिवार के सदस्यों ने चेतावनी दी थी और अपनी सीमा में रहने के लिए कहा था। क्योंकि वो जिस तरह से अपनी ही पार्टी को बदनाम कर रहे थे और वरिष्ठों का अपमान कर रहे थे, उससे लालू बहुत नाराज थे। तेज प्रताप की बहनों ने भी उन्हें चेतावनी दी है, उनसे कहा गया है कि लालू जी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर सकते हैं और उन्हें पार्टी से बाहर भी कर सकते हैं। तेज को मीडिया के सामने उपद्रव न करने के लिए भी कहा गया है।