एक रिश्ते में जब दोनों पार्टनर्स के बीच प्यार, विश्वास और समझदारी होती है, तो उसे चलाने में बहुत मुश्किल नहीं आती। हेल्दी रिलेशनशिप वही कहलाता है, जहां कपल्स के बीच सामंजस्य बना रहता है। हालांकि जहां इन चीजों की कमी रहती है, वहां रिश्ते को संभालने के लिए आप लगातार कोशिशें करते रहते हैं, लेकिन कई बार इस दौरान आपकी गलती न होने पर भी पार्टनर के सामने झुक जाते हैं।
हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि ऐसा करना गलता है, मगर बार-बार ऐसा करना भी मुसीबत बन सकता है। हो सकता है कि आपका पार्टनर आपके माफी मांगने से डॉमिनेट होने का प्रयास करने लगे या उसका ऐसा नेचर ही हो, जो आपको सॉरी बोलने पर मजबूर कर देता हो। रिश्ते में हर बार आप ही सॉरी बोलें, ऐसा जरूरी नहीं, लेकिन अगर आप ऐसा कर रहे हैं, तो आपको कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। (फोटोज साभार – इंडिया टाइम्स)
मजबूरी में आकर तो नहीं बोलते आप सॉरी : जब आपकी पार्टनर से लड़ाई होती है, तो सबकुछ ठीक होने के लिए अगर आपको ही सॉरी बोलना पड़ता है, तो यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है। आपको देखना होगा कि क्या आपका साथी कभी आपके पास आकर चीजें ठीक करने की कोशिश नहीं करता है। अगर ऐसा है, तो जाहिर सी बात है कि आप एक ऐसे पार्टनर के साथ अपने रिश्ते को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसके लिए आपका साथ बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है। ऐसा भी हो सकता है कि वह आप पर डॉमिनेंट होने की धीरे-धीरे कोशिश कर रहा हो।
आप खुद ही खत्म कर देंगे अपनी वेल्यू : हर बार अगर लड़ाई के बाद आप ही सॉरी बोलते हैं, तो पार्टनर को आप अपने ऊपर हावी होने का न्यौता दे रहे हैं। जब गलती आपकी हो, तब सॉरी बोलकर बात को खत्म करने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन पार्टनर की मिस्टेक के बाद भी अगर बार-बार आप ही सबकुछ नॉर्मल करने की कोशिश करते हैं, तो एक वक्त बाद साथी आपको फॉर ग्रांटेड लेना शुरू कर देगा। ऐसे में रिश्ते में आपकी रिस्पेक्ट न के बराबर रह जाती है।
सुलझा नहीं उलझा रहे हैं रिश्तों की डोर : किसी भी झगड़े को सुलझाने का काम दोनों पार्टनर का होता है, लेकिन जब इसके लिए आप ही बार-बार कोशिश करते हैं, तो ऐसी चीजें आगे चलकर समस्या बनती हैं। खुद से आपके सॉरी बोलने से पार्टनर खुद को सही मानने लगता है और अहम से भर जाता है। इससे वह आपके फैसलों को तवज्जों देना भी बंद करने लगता है। यहां तक कि आपकी राय भी उसके लिए मायने नहीं रखती। उसे सिर्फ अपने फैसलें सही लगने लगते हैं। ऐसे पार्टनर के साथ एक समय बाद आप भी घुटन महसूस करने लगते हैं, जो रिश्ते को पूरी तरह से कमजोर बना देती है।
इस तरह करें हैंडल : कपल्स के बीच लड़ाई-झगड़े और उसके बाद सबकुछ नॉर्मल होना आम बात है। हालांकि जब इसमें किसी एक को ही बार-बार झुकना पड़े, तो ये रिश्ते के लिए प्रॉब्लम बन सकता है। ऐसे में हर बार सॉरी बोलने के बजाय आप थोड़ा सख्ती से पेश आएं और उन्हें खुद से पहल करने दें। जिससे पार्टनर को समझ आ सके कि अब उनका मनमाना व्यवहार नहीं चल सकता। अपनी अच्छाई को कमजोरी कभी न बनने दें। साथी को आप बात करके भी उन्हें इस बात का एहसास करा सकती हैं कि रिश्ते को सुलझाने में अहम की कोई जगह नहीं होती।