दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबले का यूं तो प्लेऑफ के लिहाज से बहुत ज्यादा मायने नहीं थे, लेकिन इस मैच में रोमांच भरपूर रहा। और ऐसा रोमांच जो आखिरी गेंद तक चला। बैंगलोर को आखिरी गेंद पर जीत के लिए चार रन चाहिए थे और बैंगलोर के विकेटकीपर श्रीकर भरत ने उस पर छक्का लगाकर मैच टीम के नाम कर दिया।
जानिए कैसा रहा आखिरी ओवर का रोमांच
19.1- बैंगलोर को आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन की जरूरत थी। आवेश खान की पहली गेंद पर पर ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार चौका लगाया।
19.2- आवेश खान मैक्सवेल को- इस बाद ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ बॉल थी। उन्होंने गेंद की लेंथ को जल्दी पहचाना और उसे डीप मिडविकेट पर पुल करके दो रन बटोर लिए। मैक्सवेल की इस सीजन में यह छठी हाफ सेंचुरी थी।
19.3- आवेश खान की अगली गेंद मैक्सवेल को- एक रन लेग बाई का। मैक्सवेल ने गेंद को लेग साइड पर खेलने का प्रयास कर दिया। गेंद मैक्सवेल के पैड पर लगी। विकेट के पीछे से दिल्ली कैपिटल्स ऋषभ पंत ने रिव्यू लेने का फैसला किया। इसमें साफ हो गया कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई थी। यानी मैक्सवेल आउट नहीं थे।
अब तीन गेंद पर आठ रन चाहिए थे। शानदार गेंद। फुल और ऑफ स्टंप के बाहर। भरत ने गेंद को आवेश खान के सिर के ऊपर से मारने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले पर नहीं लगी।
19.5- आखिरी दो गेंद पर 8 रन चाहिए थे। मैच लगभग बैंगलोर के हाथ से निकल चुका था। 20वें ओवर की पांचवीं गेंद आवेश खान ने यॉर्कर फेंकी। इस पर भरत दो रन बना सके। अक्षर पटेल ने मिडविकेट पर मिसफील्डिंग की जिसका फायदा बैंगलोर के बल्लेबाजों ने उठाया।
19.6- अब आखिरी गेंद पर बैंगलोर को छह रन चाहिए थे। आवेश ने एक बार फिर यॉर्कर फेंकनी चाही, लेकिन इस बार न वह लाइन पर कंट्रोल रख सके और न ही लेंथ पर। गेंद लेग स्टंप के बाहर वाइड।
आखिरी गेंद पर पांच रन की जरूरत थी। चार रन यानी सुपर ओवर। आवेश खान ने मिडल-स्टंप पर फुल टॉस गेंद फेंकी। भरत क्रीज में पीछे गए और फिर गेंद को बोलर के सिर के ऊपर से दे मारा। सिक्स। इस शॉट के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने मैच सात विकेट से जीत लिया।
हालांकि प्लेऑफ पर इस मैच से कोई फर्क नहीं पड़ा। मुंबई की टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई है। वहीं दिल्ली कैपिटल्स टॉप पर रही है और चेन्नई सुपर किंग्स दूसरे स्थान पर। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर तीसरे और कोलकाता नाइटराइडर्स प्लेऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम बनी।
टॉप 2 में रहने वाली टीमों को फाइनल में पहुंचने का एक अधिक मौका मिलता है। इन दोनों के पहले पहला क्वॉलिफायर होता है जिसे जीतने वाली टीम सीधा फाइनल में पहुंच जाती है। इसके बाद एलिमिनेटर मुकाबला होता है जो तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमें खेलती हैं। इसमें हारने वाली टीम का सफर समाप्त हो जाता है वहीं जीतने वाली टीम पहले क्वॉलिफायर में हारने वाली टीम से दूसरे क्वॉलिफायर में खेलती है। यहां जीतने वाली टीम फाइनल में जाती है जहां वह पहले क्वॉलिफायर की विजेता टीम से खेलती है।
कैसे होंगे प्लेऑफ के मुकाबले
पहला क्वॉलिफायर, 10 अक्टूबर (दुबई)- दिल्ली कैपिटल्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स
एलिमिनेटर, 11 अक्टूबर (शारजाह)- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर बनाम कोलकाता नाइटराइडर्स
दूसरा क्वॉलिफायर, 13 अक्टूबर (शारजाह)- एलिमिनेटर की विजेता और पहले क्वॉलिफायर में हारी टीम के बीच
फाइनल, 15 अक्टूबर (दुबई)- पहले क्वॉलिफायर की विजेता और दूसरे क्वॉलिफायर की विजेता टीम के बीच