ब्रिटेन के वैज्ञानिक ने हमारे सौर मंडल (Solar System) के नौवें ग्रह (Planet Nine) को खोजने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि लगभग चार दशक पहले के डेटा सौर मंडल में नौवें ग्रह की मौजूदगी का प्रमाण दे रहे हैं। जिसके बाद यह काल्पनिक नौवां ग्रह पिछले कुछ समय से वैज्ञानिकों के बीच चर्चा का विषय है। हालांकि, किसी भी बड़े वैज्ञानिक संगठन, अंतरिक्ष एजेंसियों ने इस ग्रह की मौजूदगी की पुष्टि नहीं की है।
38 साल पुराने डेटा के आधार पर किया दावा : इंपीरियल कॉलेज लंदन में खगोल भौतिकी के प्रोफेसर माइकल रोवन-रॉबिन्सन ने 38 साल पुराने डेटा के आधार पर सौर मंडल के नौवें ग्रह के बारे में दावा किया है। डेटा 1983 से इन्फ्रारेड एस्ट्रोनॉमिकल सैटेलाइट (IRAS) रीडिंग से लिया गया है। इस प्रॉजेक्ट में रॉबिन्सन भी शामिल थे। उनके दावे का यह मतलब नहीं है कि ग्रह का पता लगा लिया गया है, लेकिन यह आकाश के उस क्षेत्र को बता सकता है, जहां इसके पाए जाने की संभावना ज्यादा है।
2015 में शुरू हुई थी प्लैनेट नाइन की चर्चा : प्लैनेट नाइन के बारे में चर्चा सबसे पहले 2015 में शुरू हुई थी। कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट फॉर टेक्नोलॉजी (कैलटेक) के दो खगोलविदों ने तब दावा किया था कि एक नेपच्यून के आकार का ग्रह प्लूटो से बहुत दूर एक लंबे रास्ते में सूर्य की परिक्रमा करता है। हालांकि, इस ग्रह की मौजूदगी को लेकर कोई सटीक पुष्टि नहीं हो सकी थी।
मॉडलिंग और कंप्यूटर सिमुलेशन से निकाला रिजल्ट : रोवन-रॉबिन्सन ने अपने शोध के निष्कर्षों को arXiv में प्रकाशित किया है। यह भौतिक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर विज्ञान पर लेखों के लिए एक ओपन-एक्सेस कलेक्शन है। इस शोध में रोवन-रॉबिन्सन की टीम ने अपने निष्कर्षों को मॉडलिंग और कंप्यूटर सिमुलेशन के आधार पर निकाला है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने कोई अवलोकन नहीं किया है। मतलब नौवें ग्रह की उपस्थिति अभी कल्पना मात्र ही है।
प्लैनेट नाइन का द्रव्यमान पृथ्वी से 10 गुना ज्यादा : इन गणनाओं के अनुसार, प्लैनेट नाइन का द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 10 गुना होगा। यह नेपच्यून की तुलना में सूर्य से लगभग 20 गुना दूर परिक्रमा करेगा। यह सूर्य की एक परिक्रमा को पूरा करने में 10,000 से 20,000 वर्षों का समय लेगा। रॉबिन्सन को सैटेलाइट से मिले इंफ्रारेड डेटा पर भी भरोसा है। उन्होंने कहा कि मैंने इन कैटलॉग के माध्यम से उन सभी स्रोतों की तलाश करने का फैसला किया जो आकाशगंगाओं या सितारों जैसी अन्य वस्तुओं से पहचाने नहीं गए थे।
वैज्ञानिक को भी अपनी खोज पर शक : उन्होंने सैटेलाइट के खोजे गए 250,000 वस्तुओं को देखा। इसके बाद उन्होंने अपनी खोज को प्लैनेट नाइन के तीन संभावित उम्मीदवारों पर फोकस कर लिया। अंत में उन्हें इनमें से एक प्लैनेट नाइन लगा। उन्होंने बताया कि यह ग्रह आकाशगंगा के गैलेक्टिक प्लेन के पास एक अजीब जगह में स्थित है। लेकिन, रॉबिन्सन ने शक जताया है कि फिलामेंटरी बादलों से शोर का परिणाम हो सकता है जो इन्फ्रारेड तरंगदैर्ध्य में चमकते हैं।