पाकिस्तान में मुर्गे की मीट की कीमत में आई अप्रत्याशित तेजी से कराची की गरीब अवाम हलकान है। कराची में मुर्गे का एक किलोग्राम मीट 600 रुपये तक बिक रहा है। पाकिस्तान में बड़ी संख्या में लोग बीफ और बकरे का गोश्त महंगा होने के कारण मुर्गा खरीदते हैं। ऐसे में चिकन के अचानक महंगा होने से आम लोगों की थाली से मीट गायब हो गया है। दुकानदारों का कहना है कि आने वाले दिनों में मुर्गे की कीमतों में और ज्यादा बढ़ोत्तरी होने की संभावना हैं। ऐसे में बीफ और मुर्गे के मीट की कीमतें लगभग बराबर हो जाएंगी।
पूरे पाकिस्तान में बढ़ी मुर्गे की कीमत : सिर्फ कराची ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के अधिकतर शहरों में मुर्गे की कीमत बेहताशा बढ़ी है। कई शहरों में मुर्गे का मीट 600 रुपये से 700 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है। दुकानदारों का तर्क है कि उन्हें ऊपर से ही माल महंगा मिल रहा है, ऐसे में बढ़ी कीमत के साथ मीट बेचने के अलावा उनके पास दूसरा कोई चारा नहीं है। पाकिस्तान में पोल्ट्री कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि मुर्गे की कीमतों में वृद्धि इसे पालने की लागत में आई बढ़ोत्तरी का नतीजा है।
सरकार ने भी माना- दाम में आई तेजी : पाकिस्तान सरकार के स्टेटिक्स डिपार्टमेंट ने भी पिछले दो हफ्तों में मुर्गे की कीमतों में वृद्धि को दर्शाया है। वीकली प्राइस रिव्यू के बाद स्टैटिक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि देश में मीट की कीमतें अचानक से खूब बढ़ गई हैं। कारोबार से जुड़े लोग कीमतों में अचानक बढ़ोत्तरी को डिमांड से भी जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि देश में मुर्गे की कमी है और मांग ज्यादा। ऐसे में कारोबारी भी अधिक लाभ पाने के लिए मुर्गे को महंगे दाम पर छोटे दुकानदारों को बेंच रहे हैं।
पंजाब में प्रदूषण से बढ़े मुर्गे के दाम : कुछ लोगों का यह भी कहना है कि मुर्गे की कीमतों में अचानक आई बढ़ोत्तरी का कनेक्शन पंजाब सूबे से है। सूबे में गेहूं की कटाई के बाद हवा में उसके छोटे-छोटे कण और धूल की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण भी बढ़ गया है। इस कारण पोल्ट्री फार्म के अंदर मौजूद मुर्गियों को सांस की बीमारियां हो रही हैं। ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, जहां सांस न लेने के कारण मुर्गियों की मौत हुई है।