अफगानिस्तान में फतह हासिल करने के बाद शांति का दिखावा कर रहे तालिबान का असली चेहरा धीरे-धीरे अब सामने आने लगा है। तालिबान लड़ाकों ने घूर प्रांत के फिरोजकोह में एक महिला पुलिसकर्मी की उसके पति और बच्चों के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी। यह महिला पुलिस अधिकारी आठ महीने की गर्भवती भी बताई जा रही है। इसके बावजूद इन कट्टरपंथी दरिंदों का दिल नहीं पसीजा।
मृतक महिला पुलिसकर्मी की पहचान बानू नेगर के नाम से हुई है। यह घटना शनिवार रात 10 बजे की बताई जा रही है। इस इलाके में तालिबान का खौफ इतना ज्यादा है कि घटना के बारे में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। यह हत्या अफगानिस्तान में महिलाओं के बढ़ते दमन की बढ़ती खबरों के बीच हुई है।
पिटाई से विकृत दिखा महिला का चेहरा : बीबीसी के हवाले से रिपोर्ट किया गया है कि तालिबान ने शनिवार को बानू नेगर को उसके पति और बच्चों के सामने ही पीट-पीट कर मार डाला। रिपोर्ट में कहा गया है कि रिश्तेदारों ने एक कमरे के कोने में दीवार पर खून के छींटे और एक शरीर दिखाते हुए कुछ फोटो दिए हैं। इनमें महिला पुलिस अधिकारी का चेहरा बुरी तरह से विकृत दिखाई दे रहा है।
आठ महीने की गर्भवती थी पुलिस अधिकारी : परिवार का कहना है कि स्थानीय जेल में काम करने वाली बानू आठ महीने की गर्भवती थी। रिश्तेदारों का कहना है कि शनिवार को तीन बंदूकधारी घर पहुंचे और परिवार के सदस्यों को बांधने से पहले उसकी तलाशी ली। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि घुसपैठियों को अरबी बोलते हुए सुना गया।
तालिबान ने किया घटना में शामिल होने से इनकार : तालिबान ने बीबीसी को बताया कि नेगर की मौत में उनकी कोई संलिप्तता नहीं है और वे इस घटना की जांच कर रहे हैं। प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हम घटना से अवगत हैं और मैं पुष्टि कर रहा हूं कि तालिबान ने उसे नहीं मारा है, हमारी जांच जारी है। उन्होंने कहा कि तालिबान ने पहले ही पिछले प्रशासन के लिए काम करने वाले लोगों के लिए माफी की घोषणा कर दी थी, और नेगर की हत्या को ‘व्यक्तिगत दुश्मनी या कुछ और’ में डाल दिया।