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November 24, 2024
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काबुल हवाई अड्डे पर फिर से आतंकी हमले का इनपुट, लोगों की निकासी के बीच हाई अलर्ट पर अमेरिकी सेना

अफगानिस्तान के काबुल हवाई अड्डे पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले के बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के इनपुट से हड़कंप मचा हुआ है। खुद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने चेतावनी दी है कि काबुल हवाई अड्डे पर अभी और आतंकी हमले हो सकते हैं। जिसके बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात अमेरिकी सेना के उच्च स्तर के हाई अलर्ट पर रख दिया गया है। एक दिन पहले ही हुए धमाकों में कम से कम 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इसमें अमेरिकी सेना के 13 जवान भी शामिल हैं।
पेंटागन ने कहा- अभी और हमले संभव : पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका का मानना है कि हवाई अड्डे के खिलाफ अभी भी विशिष्ट, विश्वसनीय खतरे हैं। हम निश्चित रूप से तैयार हैं और भविष्य के प्रयासों की उम्मीद करेंगे। उन्होंने कहा कि हम इन खतरों की निगरानी कर रहे हैं। वास्तविक समय में हमने अपने ट्रूप्स को अलर्ट पर रखा हुआ है। मंगलवार तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना को वापस बुलाने की राष्ट्रपति जो बाइडेन की समय सीमा से पहले और हमले की आशंका को देखते हुए सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
2011 के बाद अमेरिकी सेना पर सबसे बड़ा हमला : गुरुवार को हुए हमले पर अमेरिका ने कहा कि अगस्त 2011 के बाद से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के लिए यह सबसे घातक दिन था। जो बाइडन ने इस्लामिक स्टेट समूह को अफगानिस्तान के हमले पर हमले को जिम्मेदार ठहराया है। अफगानिस्तान में मरने वालों की संख्या बताने वाले अधिकारी ने कहा है कि हमें मानव अवशेष ज्यादा मिल रहे हैं। ऐसे में मरने वाले लोगों की स्पष्ट संख्या बताना अभी मुमकिन नहीं है।
एक आत्मघाती हमलावर ने किया था हमला : पेंटागन ने शुक्रवार को यह भी कहा कि काबुल हवाई अड्डे पर सिर्फ एक आत्मघाती हमलावर ने हमला किया था। पहले आशंका जताई गई थी कि दो हमलावरों ने खुद को एयरपोर्ट के पास उड़ा लिया था। मारे गए 13 अमेरिकी सेवा सदस्यों में 10 मरीन, एक नेवी सेलर और एक सेना का सैनिक शामिल था। अमेरिकी सेना ने उनकी पहचान सार्वजनिक नहीं की है।
अमेरिकी सेना ने एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई : यू.एस. सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने बम विस्फोटों के बाद के घंटों में कहा कि हम आवश्यकतानुसार फाटकों के बाहर सुरक्षा को समायोजित करेंगे। ऐसी रिपोर्ट है कि अमेरिकी सेना ने तालिबान को अपनी चौकियों का स्थान बदलने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि हथियारों और अन्य खतरों की जांच के लिए फाटकों पर स्क्रीनर्स आवश्यक हैं। मैकेंजी ने कहा, “किसी को वास्तव में किसी और को आंखों में देखना है और यह तय करना है कि वे अंदर आने के लिए तैयार हैं।
बाइडन ने दिया बदला लेने का आदेश : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों से बेहद गुस्से में हैं। हमलों के बाद गुरुवार को बाइडन ने खुलासा किया कि उन्होंने मिलिट्री कमांडरों को आईएसआईएस-के की संपत्तियों, नेतृत्व और ठिकानों पर हमला करने के लिए ऑपरेशनल प्लान बनाने का आदेश दिया है। हालांकि उन्होंने समय की जानकारी नहीं दी और कहा कि हम अपने समय पर पूरी ताकत और सटीकता के साथ जवाब देंगे, जिसे हम अपने तरीके से चुनेंगे।
न हम भूलेंगे, न हम माफ करेंगे : राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि आईएसआईएस आतंकवादी नहीं जीतेंगे। हम अमेरिकियों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका डरेगा नहीं। काबुल के हमलावरों को चेतावनी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- ‘हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे और आपके किए की सजा देंगे।’

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