एमपी में विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र डेढ़ दिन में ही खत्म हो गया है। इसके बाद पूर्व सीएम कमलनाथ शिवराज सरकार पर उखड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रजातंत्र से खिलवाड़ है। कमलनाथ ने कहा कि हमने गरीबी को 10 फीसदी पर कर दिया था, वो भी आज चौपट है। मैं बड़े दुख के साथ कहना चाहता हूं कि चार घंटे का सत्र चलाकर इन्होंने प्रजातंत्र से खिलवाड़ किया है।
कमलनाथ ने कहा कि सरकार बाढ़ और कोविड के मुद्दों पर बात करने को तैयार नहीं है। सरकार किसी तरह से मामले को दबाने में लगी है। ये चालाकी की राजनीति है। चालाकी राजनीति क्योंकि विधानसभा में बहस होने पर जनता के बीच जाएगी। उन्होंने कहा कि आज एमपी का हर वर्ग परेशान है। युवा बेरोजगार हैं। उनके लिए कोई रोजगार नहीं है। कमलनाथ ने कहा कि किसानों को खाद और बीज नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से भी लोग परेशान हैं, उन्हें मदद नहीं मिली है। कोरोना के लिए इन्होंने मुआवजा की घोषणा की थी। अभी एक व्यक्ति को नहीं मिला है। गौरतलब है कि एमपी विधानसभा का मानसून सत्र 12 अगस्त तक चलना था। कुछ विधेयकों के सदन में पास होने के बाद कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।