इजरायल के शीर्ष रक्षा अधिकारी का कहना है कि देश क्षेत्रीय कट्टर प्रतिद्वंद्वी ईरान और उसके सहयोगियों के साथ सशस्त्र संघर्ष की आशंका के मद्देनजर तैयारी कर रहा है। इजरायली सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अवीव कोहावी ने मंगलवार को कहा कि इजरायली सेना ‘ईरान और परमाणु सैन्य खतरे से निपटने के लिए परिचालन योजनाओं और तैयारियों को तेज कर रही है।’ इजरायल, ईरान को एक खतरा मानता है, और उसने चेतावनी दी है कि ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकने के लिए यदि आवश्यक हुआ तो वह सैन्य बल का इस्तेमाल करेगा।
पिछले महीने इजराइल के विदेश मंत्री यायर लैपिड ने कहा था, ‘यदि एक आतंकी शासन परमाणु हथियार हासिल करने जा रहा है तो हमें कार्रवाई करनी चाहिए।’ नेसेट की विदेश मामलों और रक्षा समिति की एक बैठक में सांसदों को संबोधित करते हुए, कोहावी ने कहा कि सेना ने पिछले एक साल के दौरान ‘पश्चिम एशिया के आसपास गुप्त अभियानों और मिशनों में हमारे दुश्मनों के खिलाफ कार्रवाई करना जारी रखा।’
सीरिया में ईरान के ठिकानों पर इजरायल का हमला : उनकी यह टिप्पणी सीरिया में कथित इजरायली हवाई हमले के बाद आई है। इजरायल ने पिछले एक दशक में पड़ोसी सीरिया में ईरान से जुड़े सैन्य ठिकानों पर कई हमले किए हैं, लेकिन शायद ही उसने हमलों की बात को स्वीकार किया है। युद्ध की स्थिति में, उन्होंने कहा, ‘हम उन कार्यों को अंजाम देने के लिए तैयार रहेंगे जो पहले कभी नहीं देखे गए हैं, और जिसका अर्थ है कि हम आतंकवाद और उसकी क्षमताओं को नष्ट कर देंगे।’
ईरान ने शुरू किया सालाना युद्ध अभ्यास : वहीं पश्चिमी देशों के साथ परमाणु वार्ता से एक महीने से भी कम समय पहले ईरान की सेना ने ओमान की खाड़ी के तटीय इलाके में सालाना युद्ध अभ्यास शुरू किया है। सरकारी टीवी ने रविवार को यह जानकारी दी थी। सरकारी टीवी की खबर के अनुसार नौसेना और वायु सेना की इकाईयों के साथ थल सेना भी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होर्मुज जलडमरूमध्य के पूर्व में 10 लाख वर्ग किलोमीटर के दायरे में युद्ध अभ्यास में हिस्सा ले रही है।