कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन सबसे कारगर हथियार है। कई देशों में ये सिर्फ वयस्कों के लिए उपलब्ध है। वहीं यूएई में जल्द ही बच्चों के लिए भी टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात सरकार ने ट्विटर पर घोषणा करते हुए कहा यूएई 3-17 साल के बच्चों को चीन की सिनोफार्म कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराना शुरू करेगा।
900 बच्चों पर हुआ था ट्रायल : स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से कहा गया कि यह फैसला क्लिनिकल ट्रायल और बड़े पैमाने पर मूल्यांकन के बाद लिया गया है। अधिकारियों ने जून में कहा था कि परीक्षण के दौरान 900 बच्चों के इम्यून सिस्टम की निगरानी की जाएगी। यूएई की वैक्सिनेशन दर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है। यहां पहले से ही 12-15 साल की उम्र के बच्चों को फाइजर-बायोएनटेक वैक्सीन लगाई जा रही है।
करीब 80 फीसदी को लग चुकी है वैक्सीन : स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि करीब 9 मिलियन कुल आबादी में यूएई के करीब 80 फीसदी लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। वहीं 70.57 फीसदी लोगों को टीके की दोनों डोज लग चुकी है। यूएई में रविवार को वायरस के 1,519 नए मामले दर्ज किए गए। अभी तक देश में कुल 682,377 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 1,951 लोगों की मौत हो चुकी है।
10 में से 8 को लगा टीका : खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक ओर जहां दुनिया में 10 में से 8 लोगों को अभी तक वैक्सीन की डोज नहीं मिल पाई है, वहां यूएई में हालात इसके ठीक विपरीत हैं। देश में करीब 10 में 8 लोगों को आंशिक या पूरी तरह से वैक्सीन लग चुकी है। रॉयटर्स की एक स्टडी के अनुसार वैश्विक स्तर पर ज्यादातर मौतें बिना वैक्सिनेशन वाले लोगों की हुई हैं। अच्छी खबर यह है कि 2021 में टीकों पर लोगों का संदेह अब कम हो रहा है।