राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने ‘वॉयस ऑफ हिंद’ पत्रिका के प्रकाशन और आईईडी की बरामदगी के संबंध में कश्मीर घाटी में 16 स्थानों पर छापेमारी की। सूत्रों के मुताबिक, श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम और बारामूला में कुल नौ जगहों पर छापेमारी की गई।
कई पथराव करने वाले लोगों और भारत विरोधी तत्वों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। पिछले 2-3 दिनों में श्रीनगर में 70 युवा हिरासत में लिए गए हैं। जबकि पूरे कश्मीर में कुल 570 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
NIA ने औपचारिक रूप से अपने हाथ में ली जांच, 40 शिक्षक तलब : इसके अलावा एनआईए ने नागरिकों की हत्याओं के सिलसिले में रविवार को 40 शिक्षकों को तलब भी किया। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने औपचारिक रूप से स्थानीय पुलिस से अपने हाथ में ले ली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के तहत एजेंसी में आतंकवाद विरोधी विंग के प्रमुख तपन डेका सहित आईबी के शीर्ष अधिकारी श्रीनगर में डेरा डाले हुए हैं। जो आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्याओं की गंभीरता से जांच कर रहे हैं।
राज्यपाल का बयान आया सामने : गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को स्पष्ट कर दिया है कि जब तक इन हत्याओं में शामिल आतंकवादियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता, तब तक कई प्रमुख केंद्र शासित प्रदेश में काम करेंगे। जम्मू-कश्मीर पुलिस पहले ही घाटी में नागरिकों की हत्याओं से संबंधित विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज प्राथमिकी के संबंध में 400 से अधिक लोगों को हिरासत में ले चुकी है।
सेना ने हत्याओं की निंदा की : श्रीनगर में हुईं हत्याओं पर सेना की तरफ से रविवार को बयान आया है। लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय, जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) चिनार कॉर्प्स ने कहा कि ये हत्याएं निंदनीय हैं। मुझे भरोसा है कि कश्मीरी उन असामाजिक तत्वों को बेनकाब करेंगे जो कश्मीरी समाज को सांप्रदायिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
‘सभी धर्म एकजुट होकर दुश्मनों को करेंगे बेनकाब’ : लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सकारात्मक बदलावों की वजह से लोगों और देश के दुश्मन ऐसी हरकतें कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि कश्मीर में सभी धर्मों के लोग एकजुट होकर इनको बेनकाब करेंगे।