मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh News) के इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार से गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन शुरू किया. इसके लिए महाराजा यशवंत राव हॉस्पटिल, पीसी सेठी हॉस्पिटल, मांगीलाल चूरिया हॉस्पिटल, बाणगंगा सरकारी हॉस्पिटल और नंदा नगर प्रसूति गृह सेंटर बनाए गए थे.
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का वैक्सीनेशन सुबह 9 बजे से शुरू किया गया. दोपहर 2 बजे तक 200 महिलाओं को वैक्सीन लगाई गई. विभाग के मुताबिक, वैक्सीनेशन से पहले महिलाओं को समझाइश और काउंसलिंग की गई. बताया जाता है कि इंदौर में अभी तक 3 हजार से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. जबकि, अभी करीब 67 हजार को पहला डोज लगाया जाना है.
106 सेंटरों पर शुरू हुआ था वैक्सीनेशन : स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इदौर में गुरुवार से वैक्सीनेशन शुरू हुआ. ये वैक्सीनेशन 106 सेंटरों पर किया गया. इस दौरान 16390 लोगों को कोविशील्ड के दोनों व व कोवैक्सीन का दूसरा डोज लगाया गया. अब शनिवार को फिर से आमजन के लिए वैक्सीन होगा.
दस राज्यों में अब भी परेशान कर रहा कोरोना का ‘R’ वैल्यू : कोरोना वायरस (Coronavirus) का डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) एक बार चिंता बढ़ा रहा है. खबर है कि इस वेरिएंट के चलते देश में रिप्रोडक्शन या ‘R’ वैल्यू का आंकड़ा फिर 1 को पार कर गया है. एक महीने पहले यह संख्या 0.93 पर थी. इसके अलावा देश में ऐसे कम से कम 10 राज्य हैं, जहां यह वैल्यू 1.01 की राष्ट्रीय औसत से ऊपर बनी हुई है. ‘R’ वैल्यू के जरिए जानकार यह पता लगाते हैं कि संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं या कम हो रहे हैं.
R वैल्यू के बढ़ने पर राज्य या जिले को रेड जोन नहीं कर सकते : टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सीनियर वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर टी जैकब जॉन का कहना है, ‘इसका मतलब है कि एक व्यक्ति एक से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर रहा है.’ मार्च में ‘R’ वैल्यू 1.4 के आसपास थी, क्योंकि मामले तेजी से बढ़ रहे थे. वहीं, मई में जब मामलों में कमी आनी शुरू हुई, तो आंकड़ा 0.7 के करीब आ गया. बढ़ते आरओ को चिंता का कारण बता रहे महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि वे केवल R वैल्यू के बढ़ने पर किसी राज्य या जिले को रेड जोन नहीं कर सकते.
रिपोर्ट में दर्ज आंकड़ों के अनुसार, देश के करीब 10 राज्यों में आर वैल्यू 1.01 की राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है. प्रमुख शहरों में शामिल दिल्ली और महाराष्ट्र राष्ट्रीय औसत के आंकड़े तक पहुंचने से कुछ ही दूर है. मध्य प्रदेश (1.3) में सबसे ज्यादा आर वैल्यू है. इसके बाद हिमाचल प्रदेश (1.30) और नगालैंड (1.09) का नाम है. 5 अगस्त तक देश भर में एक हजार से ज्यादा मामले वाले आठ राज्यों में से पांच में आर वैल्यू 1 से ज्यादा थी. केरल में आरओ 1.06 था. जबकि, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र में संख्या 1 को पार कर चुकी थी.