16 वर्षीय स्वीडिश लड़की की सोशल मीडिया पर 19 साल के लड़के से मुलाकात हुई। वह लड़के के दोस्ती के बाद उससे मिलने के लिए मुंबई तक आ गई। लड़की ने अपने माता-पिता को इस बारे में कुछ नहीं बताया। किशोरी के माता-पिता ने 27 नवंबर को स्वीडन के पुलिस स्टेशन में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस से भारत के संपर्क किया। स्वीडन से आए किशोरी के माता-पिता उसे वापस ले गए।
स्वीडन की 16 वर्षीय किशोरी सोशल मीडिया के जरिए मुंबई के रहने वाले 19 वर्षीय एक युवक के संपर्क में आई थी। दोनों ने एक दूसरे से काफी दिनों बात की। आपस में गहरी दोस्ती होने के बाद किशोरी ने मुंबई के युवक से मिलने का मन बनाया। इसके बाद किशोरी अपना घर छोड़कर युवक से मिलने मुंबई चली आई।
जारी हुआ येलो नोटिस : जिसके बाद मुंबई की क्राइम ब्रांच की यूनिट 6 को इंटरपोल के जरिए 4 दिसंबर को येलो नोटिस मिला था। इसके आधार पर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच से मामले की जांच शुरू की। जांच में पुलिस ने किशोरी ने दोस्त की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने युवक का पता लगा लिया।
चीता कैंप में रह रही थी : युवक मुंबई के एक कॉलेज में पढ़ता है। पुलिस के पूछताछ करने पर उसने बताया कि किशोरी शहर के पूर्वी भाग के ट्रॉम्बे इलाके में चीता कैंप में रह रही थी। किशोरी का पता मिलने के बाद पुलिस वहां पहुंची और किशोरी को अपनी कस्टडी में ले लिया। बाद में उसे साउथ मुंबई के डोंगरी में बाल गृह भेज दिया गया।
युवक के खिलाफ कार्रवाई नहीं : इस बीच, स्वीडन के दूतावास और दिल्ली इंटरपोल ऑफिस को मामले के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी गई। सूचना पर किशोरी के इंजिनियर पिता और परिवार के अन्य सदस्य शुक्रवार को उसे घर वापस लेने मुंबई पहुंचे। कानून औपचारिकताएं पूरी करने के बाद किशोरी को उनके पिता को सौंप दिया गया। इसके बाद वह अपने देश स्वीडन वापस लौट गए। किशोरी से युवक के बारे में पूछताछ की गई। लेकिन किशोरी ने युवक के खिलाफ कुछ नहीं कहा। जिसके बाद युवक के खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज किया गया।
सोशल मीडिया से पता चला भारत में हो सकती है : पुलिस ने कहा कि उसके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालते हुए उसके माता-पिता को शक हुआ कि वह भारत में हो सकती है। पुलिस ने कहा कि लड़की ने इंस्टाग्राम पर लड़के से दोस्ती की और लंबी दोस्ती के बाद अपने माता-पिता की जानकारी के बिना एक महीने का पर्यटक वीजा ले लिया।
लड़के घर रहना चाहती थी : अपने माता-पिता की जानकारी के बिना एक महीने का पर्यटक वीजा लेने के बाद, 16 वर्षीय स्वीडिश लड़की स्वीडन से मुंबई में उतरी। एक अधिकारी ने कहा कि 27 नवंबर को मुंबई पहुंचने पर, उसने दोस्त के साथ रहने की सोची लेकिन लड़के का परिवार राजी नहीं हुआ। युवक ने उसे ट्रॉम्बे में एक अलग फ्लैट में अपनी चचेरी बहन के साथ रखा।