भोपाल, 30 नवंबर (भाषा) गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के विदेशों से चंदा प्राप्त करने के मामलों की जांच के आदेश के एक दिन बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को कहा कि सरकार को धर्म परिवर्तन की गतिविधियों में शामिल पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) और अन्य एनजीओ द्वारा विदेशी धन के इस्तेमाल की शिकायतें मिली हैं।
एक दिन पहले सोमवार को चौहान ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को विदेशी धन प्राप्त करने वाले एनजीओ के साथ-साथ समाज में दुश्मनी फैलाने वाले और धर्म परिवर्तन में लिप्त लोगों की जांच करने का निर्देश दिया था।
मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं गृह मंत्री मिश्रा ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ एनजीओ को विदेशों से चंदा मिलने का मुद्दा गंभीर है। पिछले कुछ दिनों में पीएफआई और धर्म परिवर्तन में शामिल संगठनों द्वारा विदेशी कोष के इस्तेमाल की शिकायतें मिली हैं। यह निश्चित रुप से जांच का विषय है कि धन कहां से आ रहा है और कैसे खर्च किया जा रहा है।’’
अक्टूबर की शुरुआत में त्रिपुरा में हिंसा को लेकर उज्जैन में स्थानीय प्रशासन को सौंपे गए एक ज्ञापन में कथित तौर पर ‘‘ आपत्तिजनक’’ भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में इस्लामिक संगठन, पीएफआई के छह सदस्यों को मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पुलिस ने खरगोन और झाबुआ जिलों में धर्म परिवर्तन के दो मामलों में राजस्थान और गुजरात के सात लोगों सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने खरगोन जिले में धर्म परिवर्तन के मामले में ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) के एक पादरी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।