मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को विदेशों से चंदा प्राप्त करने वाली स्वंय सेवी संगठनों तथा वैमन्यस्ता फैलाने और धर्म परिवर्तन में लिप्त लोंगो की जांच के निर्देश दिये ।
चौहान ने संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, महानिरीक्षकों को आनलाइन संबोंधित करते हुए कहा कि ऐसे गैर सरकारी संगठनों को मध्यप्रदेश में संचालन की अनुमति नहीं दी जायेगी।
यहां जारी एक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे विदेशों से चंदा प्राप्त करने वाले गैर सरकारी संगठनों की पहचान करें और धन प्राप्त करने के उद्देश्यों की जानकारी लें।
उन्होंने कहा कि ऐसे कई समूह समाज को विभाजित कर रहे हैं, इसलिए उनकी पहचान कर सूची तैयारी की जानी चाहिए।
चौहान ने कहा कि ‘‘ मध्यप्रदेश में धर्म परिवर्तन, वैमन्यस्ता फैलाने और समाज को बांटने में शामिल गैर सरकारी संगठन के लिये कोई जगह नहीं है। हम उन्हें यहां नहीं रहने देंगे। हमें ऐसे संगठनों/संस्थानों से जुडे लोगो की पहचान करनी चाहिए।’’
बैठक में बताया गया कि पिछले दो वर्षो में सात कट्टर माओवादी (एसीएम के एरिया कमेटी के सदस्य) पुलिस मुठभडों में मारे गए और तीन को गिरफ्तार किया गया। इससे उनके हथियारों को जब्त करने के साथ साथ तेंदूपत्ता ठेकेदारो से जबरन वसूली की गतिविधियों पर भी अंकुश लगा है।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस दौरान माओवादियों को हथियार आपूर्ति करने के आरोप में 18 लोंगो को गिरफ्तार किया गया।
चौहान ने राज्य में महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों पर भी चिंता व्यक्त की और अधिकारियों को इन अपराधों को रोकने का हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया।
बैठक में बताया गया कि इस साल एक जनवरी से 31 अक्टूबर के बीच 1665 लड़के और 3609 लडकियों समेंत 11,268 लापता लोगो का पता लगाया गया और उन्हें छुडाया गया।