पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीमें टी20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में आज जब भिड़ेंगी तो दोनों देशों के बीच 2010 वर्ल्ड कप में हुई भिड़ंत की याद ताजा हो उठेगी। इसी बार की तरह पाकिस्तान की टीम जबर्दस्त फॉर्म में थी और अपने सभी पांच मुकाबले जीतकर सेमीफाइनल में पहुंची थी। टीम के सामने लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने का मौका था। लेकिन, माइक हसी की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
इस बार भी पाकिस्तानी टीम सभी पांच मुकाबले जीतकर अंतिम-4 में पहुंची है और सामने फिर से ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम है। हालांकि इस बार ऑस्ट्रेलिया के लिए उसका विजय रथ रोकना आसान नहीं होगा क्योंकि यूएई में पाकिस्तानी टीम अजेय चल रही है।
कैप्टन बाबर से उम्मीदें : भारत के खिलाफ ऐतिहासिक जीत से अभियान शुरू करने वाली पाकिस्तान की टीम अजेय नजर आ रही है और न्यूजीलैंड तथा अफगानिस्तान के खिलाफ विषम हालात में जीत दर्ज करके जज्बा दिखा चुकी है। टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर्स की लिस्ट में नंबर 2 पर चल रहे बाबर आजम की अगुआई में पाकिस्तान का टॉप ऑर्डर काफी मजबूत है।
बाबर चार अर्धशतक जड़ चुके हैं और टीम को उनसे एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। बाबर और मोहम्मद रिजवान की ओपनिंग जोड़ी अगर विफल रहती है तो पाकिस्तान के पास मध्यक्रम में आसिफ अली, अनुभवी शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज हैं जो शानदार लय में हैं। पाकिस्तान के गेंदबाजों ने भी काफी प्रभावित किया है। तेज गेंदबाजों शाहीन शाह अफरीदी और हारिस रऊफ ने विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है लेकिन हसन अली उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। इमाद वसीम, मोहम्मद हफीज और शादाब खान स्पिन विभाग में कप्तान बाबर के मुख्य हथियार होंगे।
ऑस्ट्रेलिया की पेस तिकड़ी : ऑस्ट्रेलिया का दारोमदार उसकी पेस बोलिंग तिकड़ी पर होगा। उसके पास जोश हेजलवुड, मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस की मौजूदगी वाला बेहद मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण है जबकि बीच के ओवर्स में लेग स्पिनर एडम जांपा ने शानदार प्रदर्शन किया है जो मौजूदा टूर्नामेंट के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज हैं।
ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल और मिचेल मार्श ने भी टीम को गेंद से सफलताएं दिलाई हैं और उसके पास बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर को खिलाने का विकल्प भी होगा। बल्लेबाजी में डेविड वॉर्नर की फॉर्म में वापसी से ऑस्ट्रेलिया को मजबूती मिली है। टूर्नामेंट से पहले खराब फॉर्म से जूझ रहे वॉर्नर दो अर्धशतक जड़ चुके हैं। वॉर्नर और आरोन फिंच की ओपनिंग जोड़ी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने में सक्षम है। तीसरे नंबर पर मिचेल मार्श अच्छी फॉर्म में हैं। जल्दी विकेट गंवाने की स्थिति में भरोसेमंद स्टीव स्मिथ पर पारी को स्थिरता देने का दारोमदार होगा। ग्लेन मैक्सवेल भी चले तो फिर ऑस्ट्रेलिया की राह आसान हो जाएगी।
‘घरेलू माहौल’ का फायदा! : बाबर आजम की अगुआई वाली पाकिस्तान की टीम मौजूदा टूर्नामेंट की एकमात्र टीम है जिसे अब तक शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है। यूएई में पाकिस्तान की टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन करती रही है और यहां की परिस्थितियों को लेकर सहज है। टीम अपने घरेलू मैच यूएई में ही खेल रही है लिहाजा उसके लिए यह दूसरे घर की तरह है जिसका उसे फायदा भी मिलता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि टीम पिछले 16 मुकाबलों से यूएई में अजेय चल रही है।