पेरैंट्स अब परिवार नियोजन को प्रमुख्ता दे रहे हैं। पहले जहां बड़े परिवार हुआ करते थे अब वह सीमित होते जा रहे हैं। शिक्षित और भविष्य को लेकर जागरूक रहने वाले पेरैंट्स दो की जगह एक ही बच्चा पैदा करने को बेहतर मान रहे हैं। इसके साथ एकलौता बच्चा पैदा करने वाले कपल्स बच्चे को अच्छी से अच्छी परवरिश देने के चक्कर में ओवर प्रोटैक्टिव होते जा रहे हैं, जो कभी-कभी बच्चे के लिए हानिकरक साबित होता है। आज हम आपको सिंगल चिल्ड्रन की परवरिश को लेकर कुछ टिप्स बता रहे हैं –
बच्चे के साथ बिताएं समय : बच्चे की अच्छी परवरिश के लिए जरूरी है कि माता-पिता उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। ज्यादातर पेरैंट्स सोचते हैं कि बच्चे को जन्मदिन पर या किसी ओकेजन पर महंगे गिफ्ट देकर वह अपनी जिम्मेदारियों से बच जाएंगे। लेकिन ऐसा रवैया बच्चे के लिए अच्छा नहीं। ऑफिस और घर के काम की वजह से आप बच्चे को समय नहीं दे पा रहे तो उसके लिए समय सैट करिए।
न बने ओवर प्रोटैक्टिव पेरैंट्स : सिंगल चिल्ड्रन को लेकर पेरैंट्स ओवर प्रोटैक्टिव होने लगते हैं। बच्चा खुद से कुछ काम करने लगता है तो माता-पिता उसे करने नहीं देते। हरदम चोट लग जाएगी, पैर थक जाएगा जैसी बातें करते हैं। पेरैंट्स का यह व्यवहार बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए अच्छा नहीं।
सिखाएं रिश्ते की अहमियत : अकेला बच्चा रिश्ते को ज्यादा अहमियत नहीं दे पाता। इसकी वजह उसका संयुक्त परिवार में न रहना और माता-पिता का काम में व्यस्त रहना है। इसलिए जरूरी है कि पेरैंट्स बच्चों को शुरू से ही रिश्ते की अहमियत समझाएं।