मध्य प्रदेश के इंदौर में प्रशासन ने एक रंगहीन तेल को महंगे डीजल के सस्ते विकल्प के तौर पर ट्रक चालकों को अनधिकृत रूप से बेचे जाने का सोमवार को खुलासा किया। इसके साथ ही, चलित ईंधन पम्प के रूप में इस्तेमाल किए जा रहे पिक-अप वाहन से 1,800 लीटर रंगहीन तेल जब्त किया गया।
सहायक आपूर्ति अधिकारी आनंद गोले ने बताया कि इस मामले में पकड़े गए रफीक खान नामक व्यक्ति ने अपने पिक-अप वाहन में बाकायदा टंकी तथा डिस्पेंसर लगा रखा था और वह रंगहीन तेल को 75 रुपये प्रति लीटर की दर पर ट्रक चालकों को डीजल के सस्ते विकल्प के तौर पर इंदौर और इसके पड़ोसी धार जिले में बेच रहा था।
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उन्होंने कहा, “खान का कहना है कि वह रंगहीन तेल को धार की एक इकाई से 64 रुपये प्रति लीटर के भाव में खरीदता था और डीजल से सस्ता होने के कारण ट्रक चालक इसे उससे खरीद लेते थे।”
सहायक आपूर्ति अधिकारी ने कहा, “हम रंगहीन तेल की प्रकृति जानने के लिए इसकी प्रयोगशाला में जांच करा रहे हैं। हालांकि, हमें संदेह है कि यह वह तेल है जो मशीनों को चलाने के लिए इस्तेमाल होता है।”
उन्होंने बताया कि वाहनों के ईंधन के तौर पर रंगहीन तेल की अनधिकृत खरीद-फरोख्त के चलते खान के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है।
कारोबारी सूत्रों के मुताबिक इंदौर में सोमवार को डीजल के दाम 27 पैसे बढ़कर 98.25 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गए।