स्नेहा दुबे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ जहर उगलते इमरान खान की कश्मीर थिअरी के चीथड़े उड़ाए
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के खिलाफ जमकर आग उगली है लेकिन जवाब में भारतीय फर्स्ट सेक्रटरी स्नेहा दुबे ने उनकी बखिया उधेड़ डाली। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र में भाषण के दौरान कश्मीर के मुद्दे पर इमरान ने भारत को घेरने की कोशिश की तो स्नेहा ने उन्हें आईना दिखा डाला। स्नेहा ने याद दिलाया कि सारी दुनिया यह मानती है कि पाकिस्तान की जमीन पर आतंकी पलते भी हैं और खुलेआम उन्हें सपॉर्ट किया जाता है। उन्होंने पाकिस्तान से सीधे मांग की अवैध तरीके से कब्जाए कश्मीर के हिस्सों को फौरन खाली कर दे।
भारत सेना पर लगाए कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप : इमरान ने आरोप लगाया कि 5 अगस्त, 2019 के बाद से भारत ने जम्मू-कश्मीर में अवैध और एकपक्षीय कदम उठाए हैं और 9 लाख सैनिकों को तैनात कर दहशत का राज फैलाया है। इमरान ने कहा कि कश्मीर के नेताओं को जेल में डालकर मीडिया और इंटरनेट पर बैन लगा दिया गया और शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को हिंसा से दबा दिया। इतना ही नहीं, पाक PM ने आरोप लगाया कि 13 कश्मीरी युवाओं को गिरफ्तार करके यातनाएं दी जा रही हैं और उन्हें फर्जी एनकाउंटर का सिकार बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां सेना मानवाधिकार उल्लंघन करती है और पूरे क्षेत्र में मुस्लिमों को अल्पसंख्यक बनाने की कोशिश की जा रही है।
भारत की स्नेहा दुबे ने दिया करारा जवाब : इमरान को उनके भाषण पर भारत की फर्स्ट सेक्रटरी स्नेहा दुबे ने बुरी तरह धो डाला। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी नेता ने संयुक्त राष्ट्र के मंच का इस्तेमाल भारत के खिलाफ गंदा और गलत प्रॉपगैंडा फैलाने के लिए किया और बेकार में दुनिया का ध्यान अपने देश के बिगड़े हालात से हटाने की कोशिश की है जहां आतंकी आराम से रहते हैं जबकि आम लोगों, खासकर अल्पसंख्यकों का जीवन दूभर हो गया है।
आतंकियों को पनाह देने का रेकॉर्ड : स्नेहा ने कहा कि सदस्य यह जानते हैं कि पाकिस्तान का इतिहास और नीति आतंकियों को पनाह, मदद और खुलेआम सपॉर्ट देने की रही है। यह ऐसा देश है जिसके लिए पूरी दुनिया ने माना है कि यहां सरकारी नीति ही आतंकियों को सपॉर्ट, ट्रेनिंग, वित्तीय और हथियारों में मदद देने की रही है। इसका शर्मनाक रेकॉर्ड UNSC में पहचाने गए आतंकियों को पनाह देने का रहा है।
‘खाली करे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर’ : स्नेहा ने संयुक्त राष्ट्र के सामने दो टूक सुनाया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पूरे केंद्र शासित प्रदेश भारत के अभिन्न अंग रहे हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘इसमें वह हिस्सा भी शामिल है जिस पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। हम पाकिस्तान से उसके अवैध कब्जे वाले क्षेत्र फौरन खाली करने की मांग करते हैं।’ उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान समेत सभी पड़ोसियों से सामान्य संबंध चाहता है लेकिन इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान के ऊपर है कि वह ऐसा माहौल बनाने के लिए काम करे और कड़े कदम उठाए ताकि उसकी जमीन से भारत के खिलाफ क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद को अंजाम न दिया जाए।
कौन हैं स्नेहा दुबे? : भारत की ओर से संयुक्त राष्ट्र महासभा में फर्स्ट सेक्रटरी स्नेहा दुबे ने साल 2011 में पहले ही प्रयास में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास की थी। गोवा में पली-बढ़ीं स्नेहा ने पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से ग्रैजुएशन के बाद नई दिल्ली की जवाहरलाल यूनिवर्सिटी से जियॉग्रफी में मास्टर्स की पढ़ाई की। वह हमेशा से इंडियन फॉरन सर्विस जॉइन करना चाहती थीं। अंतरराष्ट्रीय मुद्दों में दिलचस्पी के चलते उन्होंने JNU में ही स्कूल ऑफ इंटरनैशनल स्टडीज में एमफिल की पढ़ाई पूरी की। घूमने की शौकीन स्नेहा का मानना है कि IFS बनकर उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का सबसे बेहतरीन मौका मिला है।
याद दिलाया अमेरिका, बांग्लादेश का दर्द : स्नेहा ने याद दिलाया कि कुछ वक्त पहले ही दुनिया ने अमेरिका में 9/11 हमलों की 20वीं बरसी देखी है और दुनिया यह भूली नहीं है कि इस हमले के पीछे मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में पनाह दी गई थी और यहां की सरकार आज उसे शहीद का दर्जा देती है। पाकिस्तान आतंकवाद को सही साबित करने में लगा है। इसे आधुनिक दुनिया में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकियों को पालता है जिससे उसके पड़ोसियों को नुकसान पहुंचता है। उसकी नीतियों की वजह से भारत ही नहीं पूरी दुनिया ने परेशानियां झेली हैं। उन्होंने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने उन लोगों के खिलाफ धार्मिक और सांस्कृतिक नरसंहार छेड़ा जो आज बांग्लादेश है। इस साल उस भयानक त्रासदी के 50 साल पूरे हो गए हैं लेकिन पाकिस्तान ने माना नहीं।