पश्चिमी मध्यप्रदेश के अलग-अलग इलाकों में कथित तौर पर आपत्तिजनक नारेबाजी की हालिया घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में देशविरोधी नारे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
उक्त घटनाओं की ओर साफ इशारा करते हुए चौहान ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि इन अप्रिय हलचलों को प्रदेश सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है।
उन्होंने कहा, “राज्य में देशविरोधी नारे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। अगर कोई व्यक्ति देश के विरोध में बात करेगा, तो उसे पूरी तरह कुचल दिया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार “पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसी विचारधारा” के लोगों की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रही है और ऐसे तत्वों को प्रदेश में पनपने नहीं दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश सरकार नकली शराब तथा नशीले पदार्थों के कारोबार से जुड़े अपराधियों और अन्य संगठित गिरोहबाजों से सख्ती से निपटने के लिए कड़ा कानून बना रही है।
मीडिया के साथ बातचीत से पहले मुख्यमंत्री ने इंदौर में एक बैठक के दौरान पश्चिमी मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन संभागों में कानून-व्यवस्था के हालात की समीक्षा की। इस बैठक में राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और पुलिस के आला अधिकारी भी मौजूद थे।
अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में एक बहुमंजिला आवासीय परिसर में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कथित तौर पर भड़काऊ नारेबाजी की गई थी। इसके बाद उज्जैन में मुहर्रम के एक कार्यक्रम के दौरान 19 अगस्त को कथित तौर पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” के नारे लगाए गए थे और 20 अगस्त को खंडवा में ताजिया जुलूस के दौरान एक धर्म के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक नारेबाजी की गई थी।