शानदार फॉर्म में चल रहे कप्तान जो रूट (121) के बेजोड़ लगातार तीसरे शतक सहित टॉप-4 बल्लेबाजों की धांसू पारियों के दम पर इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 423 रन बना लिए हैं। पहली पारी के आधार पर उसकी बढ़त 345 रनों की हो गई है। एक ओर जहां निरंतर अंतराल पर विकेट गिरते रहे तो दूसरी ओर जो रूट ने तूफानी बैटिंग से भारतीय गेंदबाजों को बैकफुट पर रखा। उन्होंने 165 गेंदों में 14 चौके लगाए, जबकि रोरी बर्न्स ने 61, हसीब हमीद ने 68 और डेविड मलान ने 70 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली।
इस तरह मई 2005 के बाद इंग्लैंड के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने घरेलू मैदान पर 50 से अधिक रन जोड़े। स्टंप्स के समय क्रैग ओवरटन 24 और ओली रॉबिन्सन बिना खाता खोले क्रीज पर थे। यह दोनों तीसरे दिन इंग्लैंड की पारी की शुरुआत करेंगे। भारत के लिए मोहम्मद शमी ने तीन, रविंद्र जडेजा और मोहम्मद सिराज ने दो-दो और जसप्रीत बुमराह ने एक विकेट झटका। भारत पहली पारी में 78 रन पर सिमट गई थी।
रूट का रेकॉर्ड शतक : रूट 121 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें बुमराह ने 118वें ओवर की दूसरी गेंद पर बोल्ड किया। रूट ने 165 गेंदों का सामना किया और 14 चौके लगाए। यह सीरीज मेंं उनकी हैटट्रिक सेंचुरी, जबकि भारत के खिलाफ कुल 8वां शतक है। इससे पहले उन्होंने नॉटिंघम टेस्ट की दूसरी पारी में 109 रन और लॉर्ड्स टेस्ट की पहली पारी में नाबाद 180 रनों की पारी खेली थी।
पहले सत्र में गिरे दो विकेट : इंग्लैंड ने बिना विकेट गंवाए 120 रन से आगे खेलना शुरू किया और सुबह के सत्र में 62 रन जोड़े जिससे लंच तक पहली पारी में उसका स्कोर दो विकेट पर 182 रन हो गया। भारतीय टीम पहली पारी में 78 रन पर सिमट गयी थी। मोहम्मद शमी भारत के चारों तेज गेंदबाजों में सबसे ज्यादा खतरनाक दिखे, बाकी अन्य को लगातार दूसरे दिन सीम या स्विंग मूवमेंट का फायदा नहीं मिला।
शमी के बाद जडेजा ने झटका विकेट : शमी ने ‘राउंड द विकेट’ गेंदबाजी करते हुए खेल के पहले घंटे में रोरी बर्न्स (61 रन, छह चौके, एक छक्का) को बोल्ड किया। शमी की शानदार गेंद पर बर्न्स ने कवर ड्राइव खेलने का प्रयास किया, पर यह दनदनाते हुए उनके ऑफ स्टंप उखाड़ गयी। इस तरह बर्न्स और हसीब हमीद के बीच पहले विकेट की 135 रन की भागीदारी का अंत हुआ। भारत को दूसरा विकेट रविंद्र जडेजा ने दिलाया जिन्होंने दिन के अपने पहले ही ओवर में हमीद (195 गेंद में 68 रन, 12 चौके) को बोल्ड किया। बाएं हाथ के स्पिनर ने अपनी खूबसूरत गेंद पर क्रीज पर जमे हुए हमीद का बड़ा विकेट झटका और यह जडेजा का सीरीज में पहला विकेट भी था।
यूं मिला तीसरा विकेट : लॉर्ड्स पर यादगार जीत दर्ज करने में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय तेज गेंदबाजों की गेंदों पर कई बाउंड्री लगी। दूसरे सत्र में इंग्लैंड ने 116 रन बनाए और एकमात्र विकेट डेविड मलान (70 रन, 11 चौके) के रूप में गंवाया। सिराज (86 रन देकर दो विकेट) की फुल लेंथ गेंद मलान के बल्ले का किनारा चूमती हुई विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों में चली गयी जिस पर भारतीय खिलाड़ियों की कैच की अपील को अंपायर ने ठुकरा दिया। यहां गेंदबाज के कहने पर कप्तान विराट कोहली ने रिव्यू लिया और भारत को तीसरा विकेट मिल गया।
शमी ने बेयरस्टो को आउट कर दी बड़ी राहत : तीसरे सत्र में मेजबानों ने 125 रन जोड़े जिसमें शमी ने जॉनी बेयरस्टो का विकेट झटककर भारत को चौथी सफलता दिलायी। कोहली ने बेयरस्टो का यह शानदार कैच लपका जिन्होंने अपनी 29 रन की पारी के दौरान जडेजा (88 रन देकर दो विकेट) की मिडिल स्टंप गेंद को उठाकर मिडविकेट पर छक्का लगाया था। शमी ने फिर जोस बटलर (07) को क्रीज पर जमने का मौका नहीं दिया जो उनकी गेंद पर चौका लगाने के बाद इशांत को कैच देकर पवेलियन पहुंचे। बुमराह ने 383 रन पर रूट को बोल्ड किया और मोईन अली दो गेंद खेलने के बाद खाता खोले बिना इसी स्कोर पर आउट हो गए जिन्हें जडेजा ने कैच आउट कराया।
सिराज ने सैम करन (15) को आउट कर अपना दूसरा विकेट झटका। इससे पहले रूट अपनी ‘मास्टरस्ट्रोक’ पारी के दौरान एक समय ‘रन अ बॉल’ रन बना रहे थे, उन्होंने शमी की आफ स्टंप के बाहर जाती शार्ट लेंथ गेंद को चौके के लिए भेजकर महज 57 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। उन्हें दूसरे छोर पर मलान से पूरा सहयोग मिला। तीन साल में अपना पहला टेस्ट खेल रहे मलान अच्छी लय में थे और क्रीज पर जम गए थे। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 189 गेंद में 139 रन की भागीदारी के दौरान दर्शकों के लिए कई दर्शनीय शॉट खेले।