अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर आईएसआईएस के आतंकी ने तालिबान की सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए अमेरिकी सैनिकों पर मात्र 5 मीटर की दूरी से हमला किया था। एयरपोर्ट के बाहर की सुरक्षा व्यवस्था तालिबान के सबसे क्रूर कहे जाने वाले गुट हक्कानी नेटवर्क के पास थी। अमाक एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक आत्मघाती बम हमलावर का नाम अब्दुल रहमान अल लोगारी था। आईएस ने इस हमलावर की तस्वीर भी जारी की है।
अमेरिकी टीवी चैनल सीबीएस की रिपोर्ट के मुताबिक काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले में अब तक 90 लोग मारे गए हैं और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इसमें 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं। इस्लामिक स्टेट खोरासन आतंकी गुट ने टेलिग्राम पर एक बयान जारी करके इस हमले की जिम्मेदारी ली है और आत्मघाती हमलावर की तस्वीर भी जारी की है। उसने बताया कि यह हमला मात्र 5 मीटर की दूरी से अमेरिकी सैनिकों पर किया गया जो उस समय अफगान शरणार्थियों के दस्तावेज बना रहे थे।
हम माफ नहीं करेंगे, हम उन्हें ढूंढेंगे और मारेंगे: बाइडेन : आईएस के हमलावर अब्दुल रहमान अल लोगारी ने काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट के पास खुद को विस्फोट करके उड़ा दिया। इस गेट की सुरक्षा अमेरिका और ब्रिटेन के सैनिक कर रहे थे। इस हमले में अब तक 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं और कई के घायल होने की भी खबरें हैं। इतनी बड़ी तादाद में अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन बेहद गुस्से में हैं। बाइडेन ने ऐलान किया है कि हम आतंकियों को माफ नहीं करेंगे, उन्हें ढूंढेंगे और इसकी सजा देंगे।
काबुल के हमलावरों को चेतावनी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- ‘हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे और आपके किए की सजा देंगे।’ राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा- ‘हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।’ अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी का काम देख रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा है कि अमेरिका काबुल हवाईअड्डे के साजिशकर्ताओं का पता लगाएगा। उन्होंने आशंका जताई कि ऐसे और हमले हो सकते हैं।
दुनियाभर में आतंकी हमले की कड़ी निंदा : वहीं अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वे हवाईअड्डे पर हमले में घायल 60 लोगों का उपचार कर रहे हैं जबकि 10 घायल ऐसे थे जिन्होंने अस्पताल लाने के दौरान दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि घायलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार देते हुए कहा कि निकासी अभियान तेजी से जारी रखने की जरूरत है।