मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप की दस्तक की तसदीक हो गई है और 35 वर्षीय महिला समेत दो लोग वायरस के इस प्रकार से संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
कोविड-19 की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘दिल्ली के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की जांच रिपोर्ट में इंदौर की 35 वर्षीय महिला और 42 वर्षीय पुरुष को कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित बताया गया है। इन लोगों के नमूने अन्य संक्रमितों के नमूनों के साथ जीनोम अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) के लिए जुलाई में एनसीडीसी भेजे गए थे।”
उन्होंने बताया कि इंदौर में महामारी के 17 महीने के इतिहास में यह पहली बार है, जब संक्रमितों में कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस स्वरूप मिला है।
मालाकार ने बताया, “वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप से संक्रमित दोनों मरीजों ने कोविड-19 रोधी टीके की दोनों खुराकें पहले ही ले रखी थीं। इसलिए वे जुलाई में संक्रमण की जद में आने के बाद महामारी के गंभीर दुष्प्रभावों से बच गए और अपने घरों में पृथक-वास में इलाज के बाद संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।”
उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने दोनों व्यक्तियों के सम्पर्क में आए कुल 88 लोगों के नमूने लिए हैं और इनकी कोविड-19 की जांच कराई जा रही है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में अब तक कोविड-19 के कुल 1,53,046 मरीज मिले हैं। इनमें से 1,391 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है ।
गौरतलब है कि इंदौर, राज्य में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। हालांकि, महामारी की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने पर इन दिनों जिले में रोजाना मिलने वाले नये संक्रमितों की तादाद इकाई अंक पर सिमट गई है।