सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानपरिषद में कहा कि कोरोना जैसी महामारी का जब तक इलाज नहीं मिलता, वैक्सीन ही सुरक्षा कवच है। लोगों को वैक्सीन देकर कोरोना के खतरे को कम किया जा सकता है, लेकिन जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया। कुछ लोगों की नकारात्मक टिप्पणियों ने लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया। सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर कहा कि जब अब्बाजान ने वैक्सीन लगवा ली, तब बोले कि हम भी लगवाएंगे। इस पर एसपी के सदस्यों ने खूब हंगामा किया। इस पर योगी ने कहा कि एसपी को मुस्लिमों का वोट तो चाहिए, लेकिन उन्हें अब्बाजान शब्द से परहेज है।
सीएम मंगलवार को विपक्ष की ओर से कोरोना प्रबंधन पर चर्चा के लिए लाए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव पर जवाब दे रहे थे। इससे पहले, विधानसभा की कार्यवाही शोक प्रस्ताव पर चर्चा के बाद बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा, देश में वैक्सीन की 50 करोड़ डोज लगने जा रही हैं। प्रदेश में हम छह करोड़ लोगों को डोज दे चुके हैं। सबको वैक्सीन, फ्री में वैक्सीन पीएम का उद् घोष है। दूसरी लहर में ऑक्सिजन की किल्लत होती दिखी थी।
‘संक्रमण की तीव्रता का ध्यान रखना होगा’ : सीएम योगी ने कहा कि सरकार की तैयारी थी, लेकिन संक्रमण की तीव्रता का भी ध्यान रखना होगा। दुनिया में जिनके पास सबसे बेहतर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर है, वहां भी डेल्टा वैरिएंट कहर बरपा रहा है। अमेरिका 33 करोड़ की आबादी वाला देश है। वहां 7 लाख मौत हुईं। भारत की आबादी 136 करोड़ है, लेकिन अमेरिका में भारत की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा मौतें हुईं। क्या इसे आप लापरवाही मानेंगे?
अनुपूरक बजट आज पेश होगा : योगी सरकार वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट 18 अगस्त को विधानमंडल में पेश करेगी। बजट का आकार करीब 35 हजार करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। पूरा जोर विकास योजनाओं को पूरा करने पर होगा। कैबिनेट बुधवार को विधानसभा में अनुपूरक अनुदान मांगों को पेश करने से ठीक पहले अनुदान प्रस्तावों पर विचार कर मंजूरी देगी।