खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने मंगलवार को मध्यप्रदेश राज्य वॉटर स्पोर्टस अकादमी की आगामी अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षक अब कमर कस लें साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हमारे खिलाड़ियों के लिए विदेशी प्रशिक्षकों को आईडेंटिफाई करें। उन्होंने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स के जो इवेंट ओलम्पिक्स में चिन्हांकित हैं उन प्रशिक्षकों के साथ संपर्क स्थापित करें। पत्राचार के द्वारा उनकी सहमति प्राप्त करें। मंत्री श्रीमती सिंधिया ने कहा कि जब भी टैलेंट सर्च करें तो क्वालिटी पर ध्यान दें, अगर एक टैलेंट सर्च से हमें नए खिलाड़ी नहीं मिल रहे हैं तो दोबारा टैलेंट सर्च करें। उन्होंने कहा कि नई प्रतिभाओं को खोजने के लिए टैलेंट सर्च जारी रखें। उन्होंने सभी प्रशिक्षकों को निर्देश दिए कि जब भी वे अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जाएँ तो प्रतिदिन की अचीवमेंट से उन्हें और संचालक खेल को अवगत कराएँ। श्रीमती सिंधिया ने कहा कि हर बच्चे की शारीरिक गणना अलग-अलग होती है। न्यूट्रिशिअनिस्ट हर बच्चे को एक अलग सब्जेक्ट के तौर पर देखें और उनके न्यूट्रिशन पर ध्यान दें। प्रत्येक बच्चे की इंफोर्मेटिव फ़ाइल बनाये। खेल मंत्री श्रीमती सिंधिया ने वॉटर स्पोर्टस अकादमी के रोइंग, सेलिंग, क्याकिंग और केनोइंग के प्रशिक्षकों से उनके खिलाड़ियों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्पोर्ट्स साइंस सेंटर के डॉ. जिंसी थॉमस से वॉटर स्पोर्टस अकादमी के खिलाड़ियों के ब्लड टेस्ट, वैक्सीनेशन आदि की जानकारी ली। इस अवसर पर संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्री रवि कुमार गुप्ता, रोइंग प्रशिक्षक कैप्टन दलवीर सिंह, सैलिंग के प्रशिक्षक श्री जी.एल. यादव, क्याकिंग और केनोइंग के प्रशिक्षक श्री पिजूष और न्यूट्रिशिअनिस्ट सुश्री आराधना शर्मा उपस्थित थीं।