राजस्थान रॉयल्स (Delhi Capitals) के खिलाफ आखिरी ओवर में हुए हाई टेंपर ड्रामे, अंपायर से उलझने, खिलाड़ियों को वापस बुलाने और मैदान पर कोच प्रवीण अमारे (Praveen Amre) को भेजने को लेकर दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) के कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अपनी गलती मान ली, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार के लिए अंपायर को कहीं अधिक जिम्मेदार माना। राजस्थान के खिलाफ मिली 15 रनों की हार के बाद बाद उन्होंने कहा कि अगर यहां तीसरी गेंद नो बॉल होती तो मैच का रिजल्ट कुछ और होता।
दरअसल, आखिरी ओवर कर रहे ओबे मैकॉय की तीसरी गेंद को अंपायर द्वारा ‘नो-बॉल’ करार नहीं करने पर पंत अपने खिलाड़ियों को मैदान से बाहर बुलाने लगे। कोच प्रवीण आमरे इशारे से ‘नो-बॉल’ चेक करने को कह रहे थे, इससे कुछ देर तक मैच रूक गया। पंत ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा- मुझे लगता है कि वे पूरे खेल में अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन अंत में पॉवेल ने हमें मौका दिया। मुझे लगा कि नो बॉल हमारे लिए कीमती हो सकती है, लेकिन यह मेरे नियंत्रण में नहीं है। हां, निराश हूं लेकिन इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि तीसरे अंपायर को दखल देना चाहिए था। पंत ने कहा- हर कोई निराश था (डगआउट में)। मैदान में सभी ने देखा। मुझे लगता है कि तीसरे अंपायर को हस्तक्षेप करना चाहिए था और कहना चाहिए कि यह नो-बॉल है।
उन्होंने कोच प्रवीण आमरे को मैदान पर भेजने को लेकर अपनी गलती स्वीकार की। उन्होंने कहा, ‘जाहिर तौर पर यह सही नहीं था (आमरे को मैदान पर भेजना), लेकिन हमारे साथ जो हुआ वह भी सही नहीं है। यह हीट ऑफ द मोमेंट में हुआ। यह दोनों पक्षों की गलती थी और यह निराशाजनक है, क्योंकि हमने टूर्नामेंट में कुछ अच्छी अंपायरिंग देखी है।’
हार को लेकर उन्होंने कहा, ‘इतने करीब जाकर हार जाना निराशाजनक है। खासकर जब दूसरी टीम ने 200+ का स्कोर बनाया हो। मुझे लगता है कि हम और बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे। मैं लोगों से कह सकता हूं कि अपना हौसला ऊपर रखें और अगले मैच की तैयारी करें।’ पंत भी जानते हैं कि उनकी इस हरकत के लिए बोर्ड अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है।
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