राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि देश में खेल के प्रति नजरिया बदला है। जो खेलेगा, वो खिलेगा, इस विचार को प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने मज़बूत बनाया है। मोदी जी ने वर्ष 2010 में जब खेल महाकुंभ का आयोजन गुजरात में शुरू कराया था। तब उसमें 11 लाख खिलाड़ियों ने भाग लिया था। इस वर्ष के महाकुंभ में यह भागीदारी बढ़कर 55 लाख हो गयी है। उन्होंने कहा कि खेलों को प्रोत्साहन देने कि जिम्मेदारी सरकार के साथ ही समाज की भी है। उन्होंने खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिये पालकों को भी प्रतियोगिताओं आयोजनों में उपस्थित होने के लिये प्रेरित किया।
राज्यपाल श्री पटेल 32 वीं राष्ट्रीय केनो स्प्रिंट, 15 वीं पैरा केनो तथा प्रथम स्टैण्ड अप पैडलिंन्ग राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के समापन और पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। स्व. संजीव कुमार सिंह स्मृति प्रतियोगिता का आयोजन लोअर लेक भोपाल में देश और प्रदेश के कयाकिंग केनोइंग संघ के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पुरस्कार समारोह इस प्रतियोगिता में शामिल हर खिलाड़ी के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण से किए गए प्रयासों की सफलता का उत्सव है। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई, लगन और मेहनत के बाद भी जिन्हें मेडल नहीं मिला, उन्हें भी निराश नहीं होना है क्योंकि खेल और जीवन दोनों में जीतना नहीं बल्कि जीतने की चाह रखना ही सब कुछ है। उन्होंने कहा कि अभिभावक तथा शिक्षकों का भी खेल-कूद के प्रति नजरिया बदला है, अब सभी खेल-कूद को व्यक्तित्व और प्रतिभा के विकास में सहायक मान रहे हैं। खेल-कूद के क्षेत्र में तेजी से विविधता बढ़ी है। कई खेलों के राष्ट्रीय विजेता विश्व-स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल सभी खिलाड़ियो, कोच और खेल अधिकारियों से कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को खोजने में, आगे बढ़ाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन खेलों और पर्यटन को बढ़ावा देने का प्रभावी माध्यम होते हैं। साथ ही क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को अभ्यास, तकनीक में सुधार और प्रोत्साहन का अवसर भी देते हैं। आशा व्यक्त कि की प्रदेश में अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। प्रतियोगिता के समापन समारोह के प्रारंभ में आयोजन समिति के अध्यक्ष महानिदेशक होमगार्ड डॉ.पवन जैन ने प्रतियोगिता की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के दौरान 282 पदक खिलाड़ियों ने जीते है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, आवश्यकता उन्हें पहचानने और तराशने की है। प्रतियोगिता का आयोजन इसी मंशा के साथ किया गया है। भारतीय कयाकिंग केनोइंग संघ के अध्यक्ष श्री एस.एम हाशमी ने बताया कि विभिन्न संगठनों और संस्थाओं के साथ मिलकर हर राज्य में बेहतर खेल सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे है। संघ द्वारा एशियन गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को तैयार करने पर विशेष बल दिया गया है। विभिन्न स्थानों पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे है। आभार प्रदर्शन महा सचिव कयाकिंग केनोइंग संघ श्री प्रशांत कुशवाहा ने किया।