13 राज्यों में विधानसभा की 29 सीटों और देश की तीन लोकसभा सीटों दादरा व नगर हवेली, मंडी (हिमाचल प्रदेश), खंडवा (मध्य प्रदेश) पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव के मद्देनजर मतदान होना है। इस बीच कोरोना को देखते हुए जरूरी कदम उठाए गए हैं। 29 विधानसभा सीटों में पश्चिम बंगाल की चार, असम की पांच, मध्य प्रदेश, मेघालय और हिमाचल प्रदेश की तीन-तीन, बिहार, राजस्थान और कर्नाटक में दो-दो, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, तेलंगाना, मिजोरम की एक-एक सीट पर मतदान होना है।
पहले बात की जाए मध्य प्रदेश की तो यहां खंडवा लोकसभा क्षेत्र सहित रैगांव, जोबट, पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर मतदान होगा। खंडवा सीट बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के बाद खाली हुई है। उधर, रैगांव, जोबट, पृथ्वीपुर विधानसभा सीटों को लेकर माना जा रहा है कि यह बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ सभी दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है।
जोबट में चलेगा किसका जादू? : जोबट सीट अलीराजपुर जिले में है। इस सीट पर तकरीबन 97 फीसदी आदिवासी मतदाता हैं। यहां पर चुनाव बीजेपी बनाम कांग्रेस होने वाला है। दरअसल, इससे पहले 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की उम्मीदवार कलावती भूरिया ने जीत दर्ज की थी। बाद में कोरोना संक्रमित होने की वजह से उनका निधन हो गया। इस वजह से जोबट सीट पर चुनाव हो रहा है। कांग्रेस इस सीट पर 15 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रही है वहीं, बीजेपी केंद्र और राज्य की डबल इंजन वाली सरकार के साथ-साथ शिवराज सिंह चौहान के नाम पर वोट एकजुट करने की कवायद में जुटी है। बीजेपी ने यहां से सुलोचना रावत को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने कद्दावर नेता महेश पटेल को कैंडिडेट घोषित किया है।
बीएसपी मैदान में नहीं, इफेक्ट कितना : रैगांव विधानसभा सीट से बीजेपी ने प्रतिमा बागरी को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, कयासें लगाई जा रही थीं कि जुगुल किशोर बागरी के निधन के बाद यहां उनके बड़े बेटे पुष्पराज बागरी को कैंडिडेट घोषित किया जाएगा। उधर, कांग्रेस ने यहां फिर से पुराने चेहरे पर भरोसा जताया है। 2018 में यहां से कल्पना वर्मा चुनावी मैदान में उतरी थीं। उन्हें ही कांग्रेस ने कैंडिडेट घोषित किया है। इतना ही नहीं, बीएसपी ने इस बार चुनावी मैदान में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। माना जा रहा है कि इसका फायदा भी कांग्रेस के खाते में जा सकता है।
टीकमगढ़ में क्या कांग्रेस करेगी वापसी? : टीकमगढ़ जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने नितेंद्र राठौर को कैंडिडेट बनाया है। नितेंद्र राठौर पूर्व मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे हैं। बृजेंद्र सिंह राठौर का कुछ महीनों पहले निधन हो गया था। इसी वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। अबतक इस सीट पर तीन बार चुनाव हुए हैं। वजह यह है कि 2008 में निवाड़ी से अलग होकर पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया था। यहां 2008 और 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी जबकि 2013 में यहां बीजेपी को जीत हासिल हुई थी।
तारापुर में बीजेपी बनाम जेडीयू : अब बात करते हैं बिहार की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव की। यहां पर तारापुर और कुशेश्वरस्थान को लेकर पार्टियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। खास बात यह है कि उपचुनाव की इन सीटों पर अब लालू प्रसाद यादव का सीधा इफेक्ट भी दिख रहा है क्योंकि वह खुद प्रचार प्रसार में शामिल हुए हैं। खैर, पुराना रेकॉर्ड देखें तो पिछले साल जब विधानसभा चुनाव हुआ तो दोनों सीटों पर जनता दल युनाइटेड ने जीत दर्ज की थी। दोनों क्षेत्रों के विधायकों का निधन हो गया। इस वजह से ये सीटें खाली हो गईं। इस उपचुनाव में एनडीए ने तारापुर से जेडीयू नेता और कुशवाहा जाति से आने वाले राजीव कुमार सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। इधर, आरजेडी ने वैश्य जाति से आने वाले अरुण साव को कैंडिडेट घोषित किया है। कांग्रेस ने राजेश मिश्रा और एलजेपी (रामविलास पासवान) ने चंदन कुमार को प्रत्याशी बनाया है। तारापुर में जेडीयू और आरजेडी के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है।
…तो किसे चुनेगा बिहार का कुशेश्वरस्थान? : कुशेश्वरस्थान से जेडीयू ने दिवंगत नेता और पूर्व विधायक शशिभूषण हजारी के पुत्र अमन भूषण को प्रत्याशी बनाया है। आरजेडी ने मुसहर जाति से ताल्लुक रखने वाले गणेश भारती को टिकट दिया है। कांग्रेस ने अतिरेक कुमार को मुकाले में उतारा है। एलजेपी (रामविलास) ने अंजू देवी को प्रत्याशी बनाया है। कहा जा रहा है कि एलजेपी (रामविलास) और जेडीयू प्रत्याशी एक ही जाति से आते हैं। इस वजह से यहां का मुकाबला जोरदार होने वाला है।
राजस्थान का चुनावी गणित क्या है? : राजस्थान की वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। यहां 2023 विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कहीं ना कहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बंटी हुई नजर आई। इसका असर उपचुनाव के प्रचार में भी देखने को मिला। यहां वल्लभनगर सीट पर कांग्रेस के सामने अपना कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है। वहीं, धरियावद बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है।
पश्चिम बंगाल की किन सीटों पर चुनाव? : पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें गोसाबा, खरदाहा, दिनहाटा, शांतिपुर में उपचुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। दरअसल, टीएमसी के विधायकों के निधन के बाद खरदाहा और गोसाबा में उपचुनाव होना है। उधर, बीजेपी के सांसद निसिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने दिनहाटा और शांतिपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी आलाकमान के आदेश पर इन दोनों ने विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया। इस वजह से इन सीटों पर चुनाव हो रहा है।