लालू के बड़े तेजप्रताप यादव ने अपने पिता के दोस्त और बिहार आरजेडी के अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर कहा है। जगदानंद सिंह को हिटलर की उपाधि देते हुए तेजप्रताप ने कहा कि लोगों को समझना चाहिए कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है। आज किसी के पास है, कल किसी और के पास होगी।
तेजप्रताप यादव ने कहा कि आरजेडी का कोई भी कार्यक्रम हो लोग सिस्टम बनाने लगते हैं। जगदानंद सिंह भी सिस्टम बनाने में लग जाते हैं और हिटलर की तरह बोलने लगते हैं। रविवार को प्रदेश आरजेडी ऑफिस में छात्र राजद के पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, विश्वविद्यालय अध्यक्ष, प्रमंडलीय अध्यक्ष और दूसरे पार्टी नेताओं की बैठक थी। इसी दरम्यान तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह को हिटलर कहा। तेजप्रताप जब बिहार आरजेडी अध्यक्ष को हिटलर कह रहे थे तो छात्र संगठन से जुड़े लोग ठहाका लगा रहे थे।
आरजेडी विधायक तेजप्रताप यादव ने कहा कि पहले पिताजी के समय पार्टी ऑफिस का गेट खुला रहता था, लेकिन आज मनमानी होने लगी है। मुझे मजबूरी में आना पड़ा। विरोधियों द्वारा फंसाने के बाद जब पिता जी उधर गए तो उसके बाद से कुछ लोग अपने-अपने तरीके से मनमानी करने लगे हैं। ये कुर्सी किसी की बपौती नहीं है, कुर्सी किसी का नहीं हुआ। हम भी मंत्री थे हमें भी अपने पद से हटना पड़ा। इसलिए कुर्सी किसी का नहीं है। हमें ऐसी छाप छोड़नी चाहिए कि अगर हमारी कुर्सी भी चली जाए तो भी लोग हमें याद कर सकें। प्रदेश अध्यक्ष ने तमाम नेताओं को फोन किया ये उनकी अपनी सोच हो सकती है, लेकिन हमारी सोच है सभी को लेकर चलना है।
आरजेडी के स्थापना दिवस के मौके पर भी तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह को लेकर कई बातें कही थी। इसके बाद जगदानंद सिंह के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की भी खबर आई थी। किसी तरह मामले को सेटल किया गया। अब एक बार फिर तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह के बारे में अटपटा बयान दिया है। इससे पहले भी पार्टी ऑफिस में जगदानंद सिंह के चेंबर में घुसकर तेजप्रताप भला-बुरा कह चुके हैं।