सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है। इस बारे में पहले सचिव जय शाह और बाद में कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने सफाई दी। रात होते-होते अब गांगुली का बयान भी सामने आ चुका है। सारा बवाल ट्विटर पर शाम 5 बजकर 20 मिनट पर एक ट्वीट से शुरू हुआ। चलिए जानते हैं सौरव गांगुली ने अपनी सफाई पर क्या कहा।
सौरव गांगुली ने सफाई में क्या कहा? : गांगुली ने कहा, ‘मैंने एक नई ‘एजुकेशन एप ‘लॉन्च की है। इसका किसी स्कूल से संपर्क नहीं है ये एप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्लास प्लस के बच्चों के लिए है। मैं तो खुद अचंभित हूं कि इतनी छोटी-छोटी चीजों पर ऐसा होगा। ये एक साधारण ट्वीट था ना कि मेरे इस्तीफे का ट्वीट।
गांगुली ने कहीं नहीं लिखी इस्तीफे की बात : उस ट्वीट में लिखा था, ‘1992 से शुरू हुई मेरी क्रिकेट यात्रा को 2022 में 30वां वर्ष है। तब से क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया है। सबसे अहम, इसने मुझे आप सभी लोगों का समर्थन दिया है। मैं प्रत्येक व्यक्ति का शुक्रिया करना चाहता हूं जो मेरी इस यात्रा में साथ रहे हैं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया है और आज मैं जहां हूं, वहां पहुंचने में मेरी मदद की है। आज मैं ऐसी शुरूआत करने की योजना बना रहा हूं जो मुझे लगता है कि शायद काफी लोगों की मदद करेगी। मुझे उम्मीद है कि मैं जब अपनी इस यात्रा के नए अध्याय में प्रवेश करूंगा तो आप मेरा इसी तरह समर्थन करना जारी रखेंगे।’
फिर आखिर क्यों उड़ी इस्तीफे की अफवाह? : भारत को अपनी कप्तानी में 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाने वाले गांगुली क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) के अध्यक्ष बने। अब इस अनुभव को बीसीसीआई में इस्तेमाल कर रहे हैं। अक्टूबर 2019 से इस जिम्मेदारी को संभाल रहे दादा की बीजेपी से नजदीकियां किसी से छिपी नहीं हैं। साथ ही साथ सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी उनके मधुर संबंध हैं। बीते साल बंगाल में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके बीजेपी में शामिल होने की जमकर चर्चा थी। अब लोग कयास लगा रहे हैं कि बोर्ड से इस्तीफा देकर बीजेपी गांगुली को राज्यसभा भेज सकती है।