महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने वार्षिक दशहरा उत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि सावरकर का मुद्दा आज जो उठा रहे हैं, उनको समझ भी आता है क्या, सावरकर के बारे में बोलने वाले कौन हैं। अगर अब हिंदुत्व पर खतरा नहीं है, तो फिर जब खतरा था, तब उनके सामने बालासाहेब ठाकरे हिंदुत्व के दुश्मन के सामने खड़े थे। उन्होंने कहा कि तब भी कहा गया था कि उड़ा देंगे, लेकिन तब भी जवाब था कि जिस रंग की गोली मेरे पर चलेगी, वो रंग इस देश में नहीं दिखेगा। किसी में हिम्मत नहीं हुई। सीएम ने कहा कि
सीएम उद्धव ने कहा कि मुंबई में जब दंगा हुआ तब भी शहर को बचाया था। मुझे याद है कि दंगे के समय जब महिला की इज़्ज़त लोग उतार रहे थे तब उन्हें बचाने वाले शिवसैनिक ही थे। आज अगर हम आपके पालखी को कंधा नहीं लगा रहे तो आप हम पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम देव, देश और धर्म के पालखी के साथ खड़े हैं, आपके पार्टी के पालखी के साथ नहीं। बीजेपी पर निशाना साधते हुए सीएम उद्धव ने कहा कि आपके खराब समय में हम आपके साथ थे। हर्षवर्धन पाटिल जब आपके पार्टी में आ गए, तब वो सही आदमी। शिवसेना के परिवारवालों पर आरोप लगाना हिंदुत्व नहीं, इसे नामर्दगी कहते हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश का अमृत महोत्सव चल रहा है। आजादी के समय लाल बाल और पाल ने देश को सब दिखाया था। अब भी बंगाल, पंजाब और महाराष्ट्र यह कर रहे हैं। मैं ममता दीदी और बंगाल की जनता का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने सत्ता के आगमन से दुगुनी ताकत दिखाई। अब जो शिवसेना को बदनाम कर रहे हैं, उनसे कहना चाहूंगा कि 92-93 साल में शिवसेना के लोग अगर नहीं उतरते, तो यह हिदुत्व भी नहीं होता। आरटीआई में पूछा गया कि क्या हिंदुत्व खतरे में है। जवाब मिला नहीं। लेकिन आज हिंदुत्व खतरे में है, उनसे जो नए नए हिंदुत्व बने हैं।
राज्यपाल के पत्र पर कसा तंज : सीएम ने कहा कि राज्यपाल ने हाल ही में पत्र लिखा। उसमें भी जो मुद्दा उठाया वो गंभीर था। उन्होंने महिलाओं के सुरक्षा के लिए दो दिन का विशेष अधिवेशन बुलाने के लिए कहा। मैंने उनको कहा कि यह शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र है। इसलिए जो भी इसके लिए ज़िम्मेदार होगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। अब केवल औपचारिकता है, आने वाले दिनों में उन्हें फांसी भी होगी। मैंने उनसे कहा कि महिलाओं पर अत्याचार सभी जगह हो रहा है। महाराष्ट्र में नहीं बल्कि मोदीजी को आप विशेष अधिवेशन बुलाने के लिए कहिए, सभी लोगों को बुलाया जाए और कोई रास्ता निकाला जाए।
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