रूस-यूक्रेन युद्ध में अपने नाम से तहलका मचाने वाला यूक्रेनी पायलट ‘घोस्ट ऑफ कीव’ मारा जा चुका है। यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि रूस के 40 से अधिक विमानों को मार गिराने वाले इस पायलट की पिछले महीने युद्ध के दौरान मौत हो गई थी। यूक्रेनी वायु सेना के पायलट मेजर स्टीफन ताराबल्का को ‘घोस्ट ऑफ कीव’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने युद्ध के दौरान अपने मिग-29 लड़ाकू विमान से रूस के कई विमानों को मार गिराया था। उनकी मौत 13 मार्च को रूस के एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल के हमले में हो गई थी।
आक्रमण के पहले दिन मार गिराए थे रूस के 6 विमान! : दावा किया जाता है कि आक्रमण के पहले दिन ही इस पायलट ने रूस के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराया था। जिसके बाद इस यूक्रेनी पायलट की पूरी दुनिया में चर्चा होने लगी थी। खुद यूक्रेनी सरकार ने घोस्ट ऑफ कीव का नाम देकर कई वीडियो भी जारी किए थे। हालांकि, यह भी दावा किया गया कि यूक्रेन अपने सैनिकों को प्रोत्साहित करने के लिए एक काल्पनिक किरदार घोस्ट ऑफ कीव का प्रचार कर रहा है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहा वीडियो निकला फर्जी : युद्ध की शुरुआत के दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। इसमें कथित तौर पर एक यूक्रेनी जेट को कई शहरों में आसमान से उड़ते हुए और डॉगफाइट्स में रूस के छह विमानों को मारते हुए दिखाया गया था। इनमें से एक वीडियो को तो 50 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। हालांकि रॉयटर्स फैक्ट चेक में पता चला कि शेयर किया जा रहा वीडियो फर्जी था। यह वीडियो 2008 के वीडियोगेम डिजिटल कॉम्बैट सिम्युलेटर के एक क्लिप था।
यूक्रेनी सूत्रों ने घोस्ट ऑफ कीव के मौत की पुष्टि की : अब, सूत्रों ने द टाइम्स को उनकी पहचान और उसकी मृत्यु की पुष्टि की है। पायलट के हेलमेट और चश्मे के अब लंदन में एक नीलामी में बिक्री के लिए जाने की उम्मीद है। खुद यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से घोस्ट ऑफ कीव के कौशल और बहादुरी की प्रशंसा करते हुए एक वीडियो ट्वीट किया था। उसकी शुरुआती सफलता के बाद यूक्रेनी सरकार ने कहा था कि लोग उसे घोस्ट ऑफ कीव कहते हैं। यह यूक्रेनी वायु सेना का इक्का हमारी राजधानी और देश के आसमान की सुरक्षा करता है।
यूक्रेन के शीर्ष सम्मान से नवाजा गया : पायलट को मरणोपरांत युद्ध में बहादुरी के लिए यूक्रेन के शीर्ष पुरस्कार, ऑर्डर ऑफ द गोल्डन स्टार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यूक्रेन के हीरो का खिताब दिया गया है। उनकी मौत से दो दिन पहले यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कॉकपिट में बैठे इस दिग्गज फाइटर की एक फोटो शेयर की थी। यूक्रेन के ताराबल्का का जन्म यूक्रेन के पश्चिम में कोरोलिव्का गांव में एक मजदूर वर्ग के परिवार में हुआ था। उन्होंने वायु सेना के खार्किव राष्ट्रीय विश्वविद्यालय में पढ़ाई की थी। स्थानीय सोशल मीडिया अकाउंट्स ने दावा किया है कि इस पायलट ने रूस के 40 से अधिक विमानों को गिराया था।