रूस दौरे पर जाएंगे पाकिस्तानी PM इमरान खान, भारत को लेकर पुतिन बदल रहे विदेश नीति?
इमरान खान इस महीने के अंत में रूस दौरे पर जा सकते हैं। उनके साथ पाकिस्तान का एक भारी भरकम प्रतिनिधिमंडल भी रूस जाएगा। कुछ दिनों पहले व्लादिमीर पुतिन के भी पाकिस्तान दौरे की चर्चा थी। माना जा रहा है कि रूस भारत को लेकर अपनी विदेश नीति को बदल रहा है।
इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन : इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan Russia Visit) इस महीने के अंत में रूस (Pakistan Russia Relations) का दौरा कर सकते हैं। इमरान खान इस समय चीन दौरे (Imran Khan China Visit) पर हैं। इससे पहले खबर आई थी कि पुतिन भी पाकिस्तान का दौरा (Putin Pakistan Visit) करने की योजना बना रहे हैं। इसको लेकर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत भी अंतिम स्टेज में होने का दावा किया गया था। हालांकि, रूस की तरफ से अभी तक पुतिन के पाकिस्तान दौरे पर कोई भी आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से इमरान खान रूस के साथ पाकिस्तान के संबंधों को मजबूत करने में जुटे हुए हैं।
इस महीने के अंत में रूस जाएंगे इमरान खान : पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट द नेशन डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान इस महीने के अंत में रूस का दौरा कर सकते हैं। 23 साल बाद यह पहला मौका होगा जब कोई पाकिस्तानी प्रधानमंत्री रूस दौरे पर जाएगा। भारत के साथ नजदीकी संबंधों के कारण रूस आज तक पाकिस्तान से किनारा करता आया है। लेकिन, बदलते जियो-पॉलिटिक्स और भारत के अमेरिका के नजदीक जाने से रूस ने अपनी विदेश नीति को लगभग बदल दिया है। दावा किया गया है कि इमरान खान को रूस आने के लिए खुद राष्ट्रपति पुतिन ने न्योता दिया है।
इमरान के रूस दौरे की तैयारियां जोरों पर : इमरान खान के रूस दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर है। इस दौरान इमरान खान और व्लादिमीर पुतिन आपसी संबंधों, उत्तर-दक्षिण गैस पाइपलाइन परियोजना और कुछ अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर सकते हैं। इमरान खान के साथ पाकिस्तान का एक भारी भरकम प्रतिनिधिमंडल भी रूस का दौरा करेगा। पिछले साल रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। तब लावरोव ने पाकिस्तान को हथियार बेचने और आपसी संबंधों को मजबूत बनाने की बात भी कही थी।
रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने के चक्कर में पाकिस्तान : अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात और एशिया में बनते जियो-पॉलिटिकल एनवायरमेंट को देखकर रूस और पाकिस्तान करीब आ रहे हैं। सितंबर में ही रूस के उप रक्षा मंत्री जनरल अलेक्जेंद्र वी फोमिन ने पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को बढ़ाने के लिए बातचीत की थी। सितंबर से लेकर अबतक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कम से कम तीन बार बात भी कर चुके हैं। सितंबर में पाकिस्तानी सेना ने रूसी सेना के साथ द्रुजबा-2021 नाम का संयुक्त अभ्यास भी किया था।
खुफिया जानकारी साझा करने को तैयार पाकिस्तान-रूस : रूस और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच संयुक्त अभ्यास को बढ़ाने, खुफिया जानकारी साझा करना और क्षेत्रीय सुरक्षा पर विचारों का आदान-प्रदान करने पर सहमत हुए हैं। अगर रूस से पाकिस्तान को खुफिया जानकारी मिलनी शुरू होती है तो यह भारत के लिए चिंता बढ़ाने वाली बात होगी। इतना ही नहीं, द्विपक्षीय युद्धाभ्यास करने से पाकिस्तान को रूस के उन हथियारों के बारे में ज्यादा जानकारी मिल सकती है, जिसका इस्तेमाल भारत करता है। पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा भारत से है, ऐसे में वह रूस को अपने पाले में कर खुद की ताकत बढ़ाने की कोशिश कर सकता है।