यूक्रेन पर रूस की सैन्य कार्रवाई को शुरू हुए दो महीने पूरे हो चुके हैं। दो महीने में पहली बार अमेरिका की तरफ से शीर्ष राजनयिक यूक्रेन पहुंचा है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन III ने कीव में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की है। अमेरिका के दो शीर्ष वरिष्ठ राजनयिकों की इस यात्रा और यूक्रेनी राष्ट्रपति से मुलाकात का क्या असर होगा। रूस की इस पर क्या प्रतिक्रिया होगी। इसको लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि भले ही दो महीने बाद ही सही लेकिन अमेरिका ने एक बार फिर से यह दुनिया को संदेश दिया है कि वह यूक्रेन के समर्थन में पूरी तरह से खड़ा है।
राष्ट्रपति के सलाहकार ने की यात्रा की पुष्टि : अमेरिकी सीनियर लीडर की यात्रा की पुष्टि जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने यूट्यूब पर एक रूसी वकील और कार्यकर्ता के साथ एक इंटरव्यू में की। एरेस्टोविच ने कहा कि वे (ब्लिकंन और ऑस्टिन) अभी कीव में हैं, राष्ट्रपति से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बातचीत में शायद इस बारे में कुछ तय किया जाएगा कि वे कैसे मदद कर सकते हैं। बाइडन एडमिनिस्ट्रेशन ने यूक्रेन को मदद और हथियार के साथ रूस के खिलाफ पूरा समर्थन दिया है। इतना ही नहीं रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के एक अंतरराष्ट्रीय अभियान का नेतृत्व करने में मदद की है।
ब्रिटेन, यूरोपीय देशों के दबाव का असर है ये यात्रा? : इससे पहले ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन, स्पेन और डेनमार्क के प्रधानमंत्री भी यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ कीव की सड़कों पर नजर आए थे। उन लोगों ने भी रूस को यह संदेश देने की कोशिश की थी वे पूरी तरह से यूक्रेन के साथ है। इसके बाद से कई यूरोपीय अधिकारियों ने भी यूक्रेन की यात्रा की। इसके बाद से अमेरिका पर यह दबाव बढ़ रहा था कि वह कीव में अपना एक उच्च-स्तरीय अधिकारी को भेजे। अमेरिकी अधिकारियों ने यात्रा की घोषणा नहीं की थी लेकिन जेलेंस्की ने शनिवार को एक भाषण में इसका खुलासा किया था। जेलेंस्की ने कहा था कि वह मीटिंग का यूज हमें आवश्यक सैन्य सहायता पर चर्चा करने के लिए करेंगे। इसको लेकर पेंटागन और विदेश विभाग ने तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की थी।
खबरों के मुताबिक यूक्रेन के ध्वस्त हो चुके शहर मारियुपोल के बाहर एक और सामूहिक कब्र मिली है। शहर के मेयर के सलाहकार ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। शहर की परिषद ने ‘प्लेनेट लैब्स’ द्वारा सैटेलाइट से ली गई एक तस्वीर पोस्ट की है जिसे ‘सामूहिक कब्र’ बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 45 मीटर लंबे और 25 मीटर चौड़ी इस कब्र में मारियुपोल के कम से कम 1,000 निवासियों के शव हो सकते हैं। यह भी बताया कि सामूहिक कब्र व्यनोरादने गांव के बाहर देखी गई है जो मारियुपोल के पूर्व में पड़ता है।
इससे पहले सैटेलाइट तस्वीरें उपलब्ध कराने वाली कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा दी गई तस्वीरों में मारियुपोल के पश्चिम में स्थित मनहुस शहर में सामूहिक रूप से 200 से अधिक कब्रें दिखाई दी थीं। सामूहिक कब्र के मिलने के बाद यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि रूस शहर में नागरिकों की हत्या को छिपाने की कोशिश कर रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्धग्रस्त देश के औद्योगिक गढ़ पर नियंत्रण को लेकर संघर्ष शुरू हो सकता है क्योंकि यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया है कि रूस ने अपनी सैन्य इकाइयों को मारियुपोल बंदरगाह से पूर्वी यूक्रेन भेजना शुरू कर दिया है।
रूस ने शुक्रवार को पहली बार स्वीकार किया कि युद्धपोत मोस्कवा में आग लगने के बाद एक सैनिक की मौत हो गई और 27 अन्य लापता हो गए। यह पोत एक सप्ताह पहले यूक्रेन के मिसाइल हमले के बाद डूब गया था। रूसी सेना ने पहले बताया था कि उसमें सवार सभी लोगों को बचा लिया गया है। मारियुपोल कई सप्ताह की बमबारी के बाद काफी हद तक मलबे में तब्दील हो गया है।
रूसी सरकारी टीवी ने मॉस्को समर्थक डोनेट्स्क अलगाववादियों का झंडा दिखाया, जो शहर के सबसे ऊंचे बिंदु यानी टीवी टॉवर पर लगा है। इसने शहर के अज़ोवस्टल स्टील प्लांट की मुख्य इमारत को आग की लपटों में घिरा भी दिखाया। यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के सचिव ओलेक्सी डैनिलोव ने कहा कि क्रेमलिन ने यूक्रेन में लड़ाई में सीरिया और लीबिया से 100,000 से अधिक सैनिकों और भाड़े के सैनिकों को उतारा है और देश में हर दिन अधिक सेना तैनात कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि डोनबास के कई शहर और गांव और साथ ही खारकीव क्षेत्र बमबारी की चपेट में आए। यह यूक्रेन के पूर्वी इलाके में एक औद्योगिक क्षेत्र है जिसे क्रेमलिन ने युद्ध का नया केंद्र घोषित किया है। महापौर कार्यालय ने बताया कि रूसी सेना ने यूक्रेन के उन 2,000 लड़ाकों को निशाना बनाया है जो अभी भी विशाल अज़ोवस्टल संयंत्र के अंदर छुपे हुए हैं। मारियुपोल के मेयर के सलाहकार पेट्रो एंड्रीशचेंको ने कहा, ‘हर दिन वे अज़ोवस्टल पर कई बम गिराते हैं। लड़ाई, गोलाबारी, बमबारी बंद नहीं हो रही।’
पुतिन से बातचीत को तैयार हैं जेलेंस्की : यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ सीधी बातचीत करने की अपनी इच्छा दोहराई। उनका मानना है कि युद्ध को शुरू करने वाले व्यक्ति द्वारा उसे रोका जा सकता है। जेलेंस्की ने कहा कि मैं युद्ध को रोकना और इसे समाप्त करना चाहता हूं। एक राजनयिक मार्ग और एक सैन्य मार्ग है। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति राजनयिक मार्ग चुनता है क्योंकि वह जानता है कि भले ही यह कठिन हो, यह लाखों लोगों के नुकसान को रोक सकता है। इस बीच, पुतिन ने जेलेंस्की के साथ बैठक से इंकार नहीं किया है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि यह बातचीत करने वाली टीमों के बीच वार्ता की प्रगति पर निर्भर करेगा।