भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश भाजपा की टीम को ‘होमवर्क’ देकर लौट गए। वह फिर से 12 नवंबर को यूपी आएंगे और दिए गए काम का फीडबैक लेंगे। फिलहाल अमित शाह ने सभी प्रभारियों और सह प्रभारियों को हर विधानसभा क्षेत्र में जाकर ग्राउंड रिपोर्ट तैयार करने को कहा है। इस रिपोर्ट के आधार पर विधानसभा की रणनीति और प्रत्याशी तय होंगे।
अगले चरण में पूर्वांचल पर फोकस : अमित शाह शनिवार को मिशन यूपी की शुरुआत कर वापस चले गए। उनके जाने से पहले परिवहन मंत्री अशोक कटारिया और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने उनसे मुलाकात की। बताया जा रहा है कि शाह ने उनके क्षेत्रों के बारे में जानकारी ली है। शाह अब अगले चरण में पूर्वांचल पर फोकस करेंगे। वह 12 को वाराणसी और फिर 13 को सपा अध्यक्ष के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में होंगे।
सूत्रों का कहना है कि वह खुद क्षेत्रवार घूमकर फीडबैक तैयार कर रहे हैं। शाह को यूपी की राजनीति का माहिर माना जाता है। दरअसल वह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के प्रभारी बना दिए गए थे। इसके बाद उन्होंने दस सांसदों वाली यूपी भाजपा को 73 सीटों तक पहुंचा दिया। इसके बाद 2017 और 2019 में भी यूपी भाजपा का ग्राफ बढ़ता रहा। लेकिन इस बार वह कुछ नए प्रयोगों के साथ यूपी आए हैं।
इसका पहला चरण उन्होंने शुक्रवार को सदस्यता अभियान से कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने हर विधानसभा के हिसाब से अलग रणनीति बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए वह ग्रांउड रिपोर्ट मंगवा रहे हैं। साथ ही उन्होंने सभी नाराज और पुराने कार्यकर्ताओं को मनाने का भी लक्ष्य दिया है, जिससे उनके भी वोट हासिल किए जा सकें।